सामाजिक दायित्व से ही हारेगा कोरोना : प्रभाकर प्रभात
पटना : विश्व में वैश्विक महामारी कोरोना अपने चरम पर है। देश के अधिकांश प्रदेश इस महामारी की चपेट में हैं। कारोना महामारी से बचाव के लिए देशभर में किए गए लाॅकडाउन के बीच मदद के लोगों के हाथ भी बढ़ रहे हैं। सामाजिक संस्थाएं और लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। जहां देश की बड़ी-बड़ी हस्तियों से लेकर स्थानीय स्तर तक के लोग अपने सामाजिक दायित्व के तहत अपने-अपने स्तर से इस मुश्किल के दौर में अपने देश और प्रदेशवासियों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारें एक पैर पर खड़ी होकर अपने जनमानस को इससे बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने में जुटी हुई है। वहीं दूसरी ओर देश के बड़े-बड़े उद्योगपति, नेतागण, अधिकारी से लेकर निचले स्तर के सरकारी कर्मचारी और आमजन भी अपने-अपने स्तर से इस महामारी की जंग में देश के साथ खड़े दिखाई दिए है। कोई प्रधानमंत्री केयरफंड में धन से मदद कर रहा है, तो कुछ बड़ी हस्तियां अपने आॅफिस और होटलों को क्वारंटाइन सेंटर में परिवर्तित करने के लिये सरकार को दे दिया, तो कुछ लोग लाॅकडाउन के कारण मुसीबत में घिरे हुए गरीब और वंचित तबकों को भोजन की व्यवस्था करने में जुटे है। वहीं कुछ लोग इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए चिकित्सकीय उपकरण और सुरक्षात्मक उपकरण उपलब्ध कराने में भी किसी से पीछे नही हैं।
बिहार में जरूरी और जीवन रक्षक चिकित्सीय उपकरण सेवा भाव के तहत उपलब्ध
इसी कड़ी में मुम्बई में पदस्थापित बिहार मूल के भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारियों के साथ साथ उधमियों द्वारा इनकम टैक्स के उप आयुक्त प्रभाकर प्रभात के नेतृत्व में बिहार में जरूरी और जीवन रक्षक चिकित्सीय उपकरण सेवा भाव के तहत उपलब्ध करा रहा है। इसी उद्देश्य से प्रभाकर द्वारा बिहार राज्य को सहायतार्थ चिकित्सा सेवा के लिये 8 वेंटिलेटर , त्रिस्तरीय फिल्टर वाले 20 हजार मास्क ,100 मि0ली0 के 5 हजार सैनिटाइजर 2000 पीपीई कीट (जिनमें 500 पहुंचाएं जा चुके हैं ,2 हजार एन-95 मास्क की सहायता उपलब्ध कराया जा रहा हैं।
सामाजिक दायित्वों का करें निर्वहन
इस बारे में प्रभाकर और उसके सहयोगी मधुकर आनंद ने बताया कि इस मुश्किल दौर में हम सभी का यह सामाजिक दायित्व और फर्ज है कि हम सभी अपनी सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करें और समाज के हरेक तबकों का तन-मन और धन से सेवा में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि कारोना वायरस का संक्रमण बढ़ तो रहा है, परंतु इससे जीतने वालों की संख्या भी भारत में बढ़ रही है। इस बीमारी से डरने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है। केन्द्र और
राज्य सरकारें अपनी पूरी क्षमता के साथ इस वैश्विक महामारी से लड़ने में लगी हुई है।