साली की RJD में इंट्री से मन विचलित हुआ तो तेजप्रताप निकल गए वृंदावन
नयी दिल्ली/पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ मंत्री तेजप्रताप यादव का मन आजकल बहुत विचलित है। एक तो एमएलसी कोटे में जगह न मिलने का दर्द, ऊपर से उनकी चचेरी साली करिश्मा राय की राजद में इंट्री। यानी मतलब साफ है कि परिवार और पार्टी, दोनों जगह उनकी घोर उपेक्षा। ऐसे में अपने पिता, माता और भाई तेजस्वी से मिले चोट को वे बर्दाश्त नहीं कर पाये और एकबार फिर वृंदावन पहुंच गए। पिछले करीब सात दिनों से तेजप्रताप यादव ब्रज में रहकर राधाकृष्ण के दिव्य क्रीड़ास्थलों के दर्शन कर मन की शांति ढ़ूंढ रहे हैं।
तेजप्रताप के करीबियों के अनुसार एक बार फिर वे अपने परिवार और पार्टी द्वारा की गई उपेक्षा से काफी आहत हैं। मन के विचलन की स्थिति में उन्होंने सीधे वृंदावन की राह पकड़ी और वैराग्य का चोला धारण कर तथा माथे पर वैष्णव तिलक लगा ब्रज भ्रमण कर रहे हैं। तेज प्रताप के करीबी मित्र और पूर्व जेल विजिटर लक्ष्मण प्रसाद शर्मा ने बताया कि जब भी तेज प्रताप यादव का मन विचलित होता है तो वो ब्रज भृमण पर निकल आते हैं।
विदित हो कि हाल में एमएलसी कोटे से राजद द्वारा तेजप्रताप को विधान परिषद भेजने की काफी हवा चली थी। लेकिन पार्टी ने ऐन मौके पर उनके नाम को अपनी एमएलसी वाली लिस्ट में जगह नहीं दी। इससे तेजप्रताप मुखर तो नहीं हुए लेकिन अंदर ही अंदर वे काफी नाराज हुए थे। इससे भी बड़ी चोट तेजप्रताप को तब लगी जब उनकी साली करिश्मा को अभी तीन दिन पहले राजद में खुद उनके भाई तेजस्वी यादव ने इंट्री दिलाई। बस फिर क्या था, एक तो करेला और दूजे नीम चढ़ा। तेजप्रताप ने आव देखा न ताव, निकल गए तथाकथित वैराग्य की राह पर वृंदावन।