पटना : देश में कोरोना के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें उन्होंने कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाये जाने पर जोर दिया।
इस परिप्रेक्ष्य में भाजपा नेता एवं राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने कहा एक प्रतिष्ठित अखबार के अनुसार कोरोना के 50 से 75 प्रतिशत मामलें ग्रामीण इलाकों से आ रहे हैं। ऐसे समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्रामीण इलाकों की चिंता जायज है एवं यह उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है।
विवेक ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में RT-PCR टेस्ट को और बढ़ाना होगा। गांवों तक ऑक्सीजन की सप्लाई के इंतजाम करना होगा। वेंटिलेटर और दूसरे उपकरणों के इस्तेमाल के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण दोबारा देना होगा।
भाजपा सांसद विवेक ठाकुर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि बिहार में जितने भी प्रॉफिट मेकिंग कम्पनी है चाहे वह पुल निर्माण निगम लिमिटेड हो या खनन विभाग हो, इनके माध्यम से बिहार के सभी सदर अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन कंसॉन्ट्रेटर प्लांट की स्थापना यथाशीघ्र हो तथा उसे सुदृढ़ किया जाए ताकि ग्रामीणों को उचित स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
विवेक ठाकुर ने कहा समय की मांग है कि स्थानीय स्तर पर रोकथाम की रणनीति अपनायी जाए। उन्होंने कहा इन अस्पतालों में आईसीयू बेड और वेंटिलेटर यथाशीघ्र स्थापित करना होगा। इसके साथ-साथ चिकित्सकों के स्वीकृत बहाली (Sanctioned Post) प्रक्रिया भी जल्द आरंभ करना होगा।
चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का होगा बीमा
विवेक ठाकुर ने कहा पिछले साल घोषणा हुई थी कि चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का बीमा कराया जाएगा, इस दिशा में कितनी प्रगति हुई और इनमें से जिस किसी के साथ दुःखद घटना घटी तो उस पीड़ित परिवार को इस बीमा का लाभ मिला या नहीं, अन्य पहलुओं के साथ-साथ इसकी भी समीक्षा होनी चाहिए।
विवेक ठाकुर ने कहा प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जो आदेश दिए वह सराहनीय है। उन्होंने कहा इस आदेश के क्रियान्वयन की समीक्षा भी करते रहना होगा।