RSS समर्थित ‘बॉयकाट चाइना’ अभियान को देश-विदेश में जबर्दस्त कामयाबी

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नयी दिल्ली : कोरोना महामारी और लद्दाख में चीनी सेना की भेड़िये वाली हिंसक मक्कारी के खिलाफ देश—विदेश में जबर्दस्त आक्रोश अब उसकी वस्तुओं के बहिष्कार के रूप में सामने आने लगा है। गलवान घाटी में रेड आर्मी की हिमाकत के कारण चीन के खिलाफ उपजे आक्रोश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित अभियान जोर पकड़ गया है। इसके लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है जिसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक समर्थन मिल रहा है। संघ की आनुषांगिक ईकाइयों विश्व हिंदू परिषद और स्वदेशी जागरण मंच ने लोगों से चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की अपील की है।

10 लाख लोगों ने लिया संकल्प, 5 जुलाई तक अभियान

संघ का आनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच 25 मई से ही चीनी वस्तुओं के बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने के संकल्प के साथ हस्ताक्षर अभियान चला रहा है। इसमें अबतक 10 लाख लोग जुड़ चुके हैं और यह मुहिम 5 जुलाई तक जारी रहेगी। देशभर के सभी जिलों में और करीब विश्व के 100 देशों में 50 हजार से अधिक स्वदेशी वालंटियर्स लोगों को चीनी वस्तुओं के बॉयकाट के लिए जागरूक करने में जुटे हैं। मंच के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख दीपक शर्मा ने बताया कि अभियान को 100 से अधिक देशों के लोगों का समर्थन मिला है तो देश के 700 से अधिक जिलों में भी इसने जोर पकड़ लिया है।

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भारत के 700 जिलों और करीब 100 देशों में मुहिम

ताजा जानकारी के मुताबिक अभी तक भारत के 700 से अधिक जिलों में करीब 10 लाख से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर कर चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का संकल्प लिया। वहीं अमेरिका, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान, रूस, अफ्रीकी देशों और नेपाल जैसे 100 से अधिक देशों के 20 हजार निवासी भी इससे जुड़ चुके हैं। सभी का मकसद एक—चीन को हर हाल में सबक सीखाना है। जहां 1 जून तक अभियान से 90 हजार लोग जुड़े थे तो 20 जून तक यह कारवां बढ़ते हुए 10 लाख लोगों तक पहुंच गया है। यह अभियान 5 जुलाई तक चलेगा।

श्रीश्री, बाबा रामदेव समेत 100 से अधिक संगठनों का सहयोग

दीपक शर्मा ने बताया कि अभियान में 100 से अधिक संगठन सहयोग कर रहे हैं। रोजाना 50 से 70 हजार नए रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल ने कहा कि चार लाख लोग अंशकालिक रूप से प्रचार करेंगे। श्रीश्री रविशंकर, माता अमृतानंदमयी, गायत्री परिवार, बाबा रामदेव सहित कई संत महात्माओं ने इस अभियान का समर्थन किया है। एकल अभियान के संस्थापक व आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक श्यामजी गुप्त ने कहा, अभी स्थिति यह है कि हर एक घर में चीन की उपस्थिति दर्ज है। उसे कम करना ही होगा। भले स्वदेशी सामान खरीदने में ज्यादा रुपये लगे, परंतु जब आप खरीदने लगेंगे तो उत्पाद की लागत भी कम आएगी।

घर-घर जाकर चीनी वस्तुओं के बॉयकाट का अनुरोध : परांडे

विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि सामंतवादी व विस्तारवादी भूख अब चीन को कहीं का नहीं छोड़ेगी। अक्साई चीन भारत का था और रहेगा, यह हमारा दृढ़ संकल्प है। उन्होंने बताया कि चीन के दुस्साहस के खिलाफ विहिप कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग तरीकों से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया है। विहिप तथा उसकी युवा शाखाएं बजरंग दल व दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का अनुरोध कर रहे हैं।

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