पटना: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ मोहनराव भागवत तीन दिवसीय बिहार प्रवास पर होंगे। मोहन भागवत के साथ भैय्याजी जोशी भी बिहार प्रवास पर होंगे। भागवत के दौरे को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन, तमाम प्रकार कयासों पर विराम लगाते हुए दक्षिण बिहार के प्रचार प्रमुख राजेश पाण्डेय ने कहा कि अगामी वर्ष की कार्य योजना एवं वर्तमान में चल रहे कार्यों की समीक्षा के लिए इस बार कोरोना महामारी की परिस्थितियों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की क्षेत्र स्तर की बैठक पटना में होगी।
राजेश पांडेय ने कहा कि 5-6 दिसम्बर को होने वाली इस बैठक में संघ के सरसंघचालक डॉ मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह भैय्या जी जोशी भी इसमें उपस्थिति रहेंगे। साथ ही इस बैठक में बिहार-झारखण्ड से संघ के 40 कार्यकर्ता भाग लेंगे।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्य पद्धति में प्रतिवर्य नित्यप्रति चल रहे अपने कार्यो की समीक्षा व आगामी कार्यों की योजना के लिए कार्यकारी महल की नियमित बैठक दीपावली के समीप रहती है। इसमें प्रांत संघचालक, कार्यवाह प्रचारक ऊपर के दायित्व वाले कार्यकर्ता उपस्थित रहते हैं।
इस वर्ष यह बैठक उत्तरप्रदेश के प्रयागराज थी, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस बैठक को स्थगित करना पड़ा। बदलते परिवेश व शासकीय दिशा-निर्देशों के अनुपालन को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि यह बैठक अखिल भारतीय स्तर पर न करके क्षेत्र अनुसार की जाए। ऐसा पहली बार हो रहा है। संघ ने अपने कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए देश को 11 क्षेत्रों में बांटा हुआ है। जिनमें उत्तर-पूर्व क्षेत्र (बिहार-झारखण्ड) की बैठक का आयोजन पटना में किया जा रहा है। इसी प्रकार सारे देश में ये बैठक संपन्न हो रही है।
बैठक में सेवा कार्यों पर होगी समीक्षा
बैठक दो दिन चलेगी जिसमें कोरोना में स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सेवा कार्यों की चर्चा व समीक्षा होगी। साथ ही कोरोना से प्रभावित जन जीवन, शिक्षा, स्वास्थ्य स्वावलंबन, स्वदेशी आदि गम्भीर व समसामयिक विषयों पर भी चर्चा होगी। बदलते परिवेश में संघ द्वारा 95 वर्षा से निरन्तर व्यक्ति निर्माण के कार्य, कार्यक्रम नित्य चलने वाली शाखाओं के स्वरूप पर भी चर्चा होने की संभावना है।