जातीय जनगणना की मांग को लेकर राजद का प्रदर्शन, कहा – सबों के उत्थान और भविष्य से जुड़ा मसला
पटना : जातीय जनगणना के मसले पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष से तेजस्वी यादव पीछे हटने को तैयार नहीं है। वहीं, इस मसले पर राष्ट्रीय जनता दल आज प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रही है। राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से आज तमाम जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जा रहा है।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों ही ऐलान किया था कि राजद जातीय जनगणना को प्रदर्शन करेगी। जिसके बाद अब राजद द्वारा जातीय जनगणना करवाए जाने को लेकर प्रदर्शन जारी है।
वहीं, इस प्रदर्शन में शामिल होने से पहले तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि सभी देशवासियों को न्याय, समानता और समान प्रतिनिधित्व के उत्साहपूर्ण दिन मंडल दिवस की शुभकामनाएँ। आज के इस विशेष दिन हमारी पार्टी जातिगत जनगणना, आरक्षित कोटे की बैकलॉग रिक्तियों को भरने और मंडल कमीशन की शेष अनुशंसाओं को लागू कराने को लेकर सभी ज़िला मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा है कि हम सामाजिक न्याय के लिए संघर्षों और इंसाफ के मूल्यों के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध हैं। हम सब एकजुट होकर एक समतापूर्ण और विकसित समाज के लिए लड़े। यह सबों के उत्थान और भविष्य से जुड़ा मसला है। जातीय जनगणना देश के विकास एव समाज के वंचित और उपेक्षित समूहों के उत्थान के किए अति जरूरी है।
भाजपा को घेरने में लगे नीतीश
वहीं, दूसरी तरफ जातीय जनगणना के मसले पर भाजपा को घेरने में लगे नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेज दिया है। पत्र में उनसे समय देने को कहा गया है ताकि बिहार का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल उनसे मुलाकात कर सके। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिलकर जाति के आधार पर जनगणना कराने की मांग करेगा।
बहरहाल, देखना यह है कि नीतीश कुमार के पत्र को लेकर उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का वक्त कब मिलता है, और नीतीश कुमार की मांग पर किस प्रकार विचार किया जाता है, हालांकि जदयू के अंदर नीतीश कुमार का स्टैंड बिल्कुल साफ है। नीतीश कुमार अपनी पार्टी के नेताओं को यह कह चुके हैं कि अगर केंद्र सरकार जातीय जनगणना के लिए तैयार नहीं होती है तब भी राज्य सरकार इसे कराएगी।