पटना : महागठबंधन में सीएम पद पर नीतीश कुमार अब बोझ सरीखे हो गए हैं। लाख समझाने और मनाने के बावजूद राजद नेता अब किसी भी एंगल से उन्हें सीएम की कुर्सी पर बैठे देखने को तैयार नहीं। यहां तक कि तेजस्वी की लाख मनाही के बाद भी राजद के नेता नहीं मान रहे। RJD विधायक सुधाकर सिंह और विजय मंडल के बाद आज शिवानंद बाबा भी बोल हीे पड़े। राजद के प्रमुख नेता शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा पर सवाल उठाते हुए इसे बेकार करार दिया।
समाधान यात्रा की नौटंकी पर गरम शिवानंद तिवारी
आज बुधवार को शिवानंद तिवारी ने साफ कहा कि समाधान यात्रा में जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। अफसर सिर्फ चुने हुए चिह्नित जगहों को दिखाते हैं जो पहले से तय होता है। इस तरह सिर्फ ब्रांडिंग का काम चल रहा है। हमें अपना नैतिक और राजनीतिक फर्ज निभाने का अधिकार है कि हम गलत को गलत बोलें और सही को सही।
नीतीश कुमार अब एक पल के लिए भी बर्दास्त नहीं
दरअसल जदयू जैसी छोटी और जनता के बीच जमीन खो चुकी पार्टी को अब राजद के नेता कहीं से भी नहीं पचा पा रहे हैं। हद तो यह कि लगातार लोकप्रियता खो रहे नीतीश कुमार को वे बिल्कुल नहीं झेलना चाह रहे और अविलंब तेजस्वी यादव को सीएम पद देने की डिमांड कर रहे हैं। दूसरी तरफ नीतीश कुमार का पलटमारी वाला पुराना इतिहास भी उनके धैर्य को झकझोर रहा है। हालांकि अभी गठबंधन धर्म की मजबूरी ने राजद के शीर्ष नेतृत्व के हाथों को रोक रखा है।
सुधाकर सिंह, विजय मंडल के बाद ‘बाबा’ तीसरे नेता
अपनी इसी मजबूरी के तहत तेजस्वी यादव ने हाल में ही राजद के नेताओं को सख्त ताकीद की थी कि वे किसी भी हालत में नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी से बचें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया था कि ऐसा करने का अधिकार सिर्फ राजद सुप्रीमो लालू यादव और खुद तेजस्वी के पास है। और किसी के पास नहीं। लेकिन राजद के नेता नीतीश का नाम सुनते ही अनकंट्रोल हो जा रहे। वे तेजस्वी के निर्देशों को नहीं मान रहे।