राजद-कांग्रेस की सरकार शिक्षा विरोधी, चोर दरवाजे से छीनना चाहती थी आरक्षण
पटना : मिट्टी घोटाला और करोड़ों की बेनामी सम्पत्ति बनाने के आरोप में घिरे तेजस्वी प्रसाद यादव पर सुशील कुमार मोदी ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने साथ कि आयकर, ईडी और केंद्रीय जांच एजेंसियों पर टिप्पणी करने से पहले देश की न्याय प्रक्रिया के समक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव को खुद को बेदाग साबित करना चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि यदि जांच एंजेंसियां कोई पक्षपात कर रही हैं, तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है।
तेजस्वी यादव ने तो मुख्यमंत्री को भी अपने विरुद्ध लगे आरोपों पर आज तक बिंदुवार जवाब नहीं दिया। कुछ लोग कानूून को राजनीतिक बयानबाजी से कमजोर करने पर तुले हैं।
सुशील कुमार मोदी ने लालू परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस प्रकार जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेताओं ने अपने बच्चों को विदेशों में पढाया और आम कश्मीरियों के बच्चों को पत्थरबाज बनवा कर राजनीति की वैसे ही बिहार में लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने अपने बच्चों को दिल्ली, पटना, जमशेदपुर के अच्छे संस्थानों में दाखिल कराया, लेकिन गरीब के बच्चों को चरवाहा विद्यालय भेजा।
राजद के शासनकाल में सरकारी स्कूलों की शिक्षा चौपट
बिहार की पहली एनडीए सरकार ने 3 लाख शिक्षकों की नियुक्ति और साइकिल-पोशाक योजना लागू कर गरीब के बच्चों को शिक्षित होकर आरक्षण का लाभ लेने के योग्य बनाया। वहीं पूर्ववर्ती राजद-कांग्रेस की शिक्षा विरोधी सरकार ने आरक्षण अधिकार को चोर दरवाजे से छीनने का अपराध किया था।