रांची : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का शनिवार को कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया। रविवार को उनकी रिपोर्ट आ सकती है। हालांकि लालू में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं पर उनके एक सेवादार को सर्दी और खांसी होने पर सैंपल लिया गया। लालू के साथ उनके तीन सेवादारों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं।
शनिवार को रिम्स में डॉक्टर, नर्स, टेक्नीशियन समेत 16 स्टाफ की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इनमें न्यूरो विभाग के डॉ. सीबी सहाय, एनेस्थीसिया की एक डॉक्टर, दो इंटर्न डॉक्टर, सेंट्रल पैथेलॉजी लैब का टैक्नीशियन, गायनकी ओटी असिस्टेंट के अलावा 9 अन्य स्टाफ संक्रमित पाए गए।
रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं लालू प्रसाद यादव
गौरतलब है कि 23 दिसम्बर 2017 को देवघर कोषागार से 84.53 लाख रुपए की अवैध निकासी के मामले में लालू यादव को साढ़े तीन साल की सजा सुनाई गई थी। 24 मार्च 2018 को दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपए की अवैध निकासी के मामले में 2 अलग-अलग धाराओं में लालू को 7-7 साल की सजा सुनाई गई, जबकि 60 लाख जुर्माना भी लगाया। 3 अक्टूबर 2013 में चाईबासा कोषागार से अवैध तरीके से 37.7 करोड़ और 33.67 करोड़ रुपए की अवैध निकासी के मामले में पांच-पांच साल की सजा सुनाई गई है। लालू की यह तीनों सजा एक साथ चल रही है। मालूम हो कि लालू प्रसाद यादव रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं।
कोरोना के खतरे को देखते हुए लालू यादव ने फिलहाल लोगों से मिलने से मना कर रखा है। हालांकि उनके करीबी माने जाने वाले चुनिंदा लोग लालू यादव से मुलाकात कर रहे हैं। पिछले दिनों एक तस्वीर भी वायरल हुई थी जिसमें लालू प्रसाद यादव अपने वार्ड में झारखंड सरकार के एक मंत्री और तीन अन्य नेताओं के साथ बैठे नजर आ रहे थे। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद बीजेपी ने आरोप लगाया था कि लालू यादव तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर रिम्स में भर्ती हैं और वहां दरबार लगा रहे हैं।