पटना : भले ही आम आदमी के लिए बाढ़ तबाही का मंजर लेकर आया हो, पर रिक्शा-ऑटो के लिए उत्सव का माहौल बन गया है। रिक्शा वाले दूरी पर नहीं, पानी की गहराई और उसकी दूरी पर निर्भर करता है। ऑटो वाले आदमी देख कर भी किराया तय कर रहे है। अगर सुट-बूट में हैं तो संभव है-बहुत अधिक किराया हो। अगर मरीज के साथ हैं तो किराया और भी बढ़ सकता है। सब्जी की कीमतें तो आसमान छुने लगी है।
वस्तु मूल्य
आलू- 60 रू किलो
प्याज- 80-90 रू किलो
बैगन- 50-60 रू किलो
मुली- 60 रू किलो
गोबी- 100 रू किलो
यह जगह-जगह पर बदलने वाली कीमत है। वैसे, पटना के लोग सब्जी भूल ही गये हैं। बावजूद, 5 प्रतिशत लोग जो विशेषाधिकृत हैं-उनके लिए कीमत यही है।