RCP ने नीतीश और ललन को कहा धन्यवाद, PM के कहने पर देंगे इस्तीफा
पटना : बिहार में राज्यसभा चुनाव की उम्मीदवारी को लेकर जदयू में चल रहा उठापटक खत्म हो गई है और जदयू ने खिरो महतो को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। वहीं , इनके उम्मीदवार बनाए जाने के बाद अब खुद केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का प्रतिक्रिया सामने आया है।
2010 से संगठन में कर रहा हूं काम
मोदी कैबिनेट मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा है कि जेडीयू की ओर से जो भी फैसला लिया गया है, उससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। 2010 से मैं संगठन में काम कर रहा हूं। आज पार्टी बूथ स्तर तक पहुंची है, जो संगठन के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि मैंने आज तक नीतीश कुमार के परामर्श से सभी निर्णय लिए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री कहेंगे इस्तीफा देने को तो इस्तीफा दे देंगे।
इसके आलावा आरसीपी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जो राजनीतिक चर्चा चल रही थी उसे देख हमारे बड़ी संख्या में शुभचिंतक लगातार फोन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमको अब संगठन में काम करना है। संगठन कैसे मजबूत हो इस पर फोकस करना है।
अध्यक्ष से किया निवेदन
वहीं, केंद्रीय मंत्री ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं अध्यक्ष साहब से निवेदन करूंगा कि बिहार के 33 प्रकोष्ठ को 13 प्रकोष्ठ प्रकोष्ठ पर ला दिया गया है इस और अपना ध्यान आकर्षित करें, और इसे बढ़ाने की कोशिश करें। इसके अलावा मंत्री ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार से कोई गिला शिकवा नहीं है बल्कि नीतीश कुमार एक बेहतर नेतृत्व करने वाले नेता है।
इसके अलावा आरसीपी ने कहा कि उनको लेकर पार्टी के अंदर जो भी फैसला लिया गया है जो भी फैसला लिया गया है उससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। मैंने आजतक ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे मेरे ऊपर सवाल उठाया जा सके। वहीं, आरसीपी सिंह से जब यह सवाल किया गया कि नीतीश कुमार ने उन्हें किस बात की सजा दी है तो उन्होंने कहा कि आखिरकार मैंने ऐसी क्या गलती की है जो नीतीश कुमार मुझे सजा देंगे।मैंने आज तक इमानदारी से काम किया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यदि नीतीश कुमार मुझे टिकट ना देख कर कोई जमीनी कार्यकर्ता को टिकट देना चाहते थे इसमें कौन सी बड़ी बात हो गई।
बता दें कि, इससे पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि आरसीपी सिंह को दो बार राज्यसभा भेजा जा चूका है। वे पार्टी के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं। उन्होंने पार्टी के विकास के लिए भी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके भविष्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही फैसला लेंगे।