मंत्री पद से इस्तीफा दें RCP,भविष्य का खुद करें फैसला – कुशवाहा
पटना : जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री आरसीपी सिंह को अब मंत्री पद के इस्तीफा देने की मांग उठने लगी है। जदयू के तरफ से कहा जा रहा है कि मंत्री को सात जुलाई के बाद पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
दरअसल, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को आरसीपी सिंह के चार करीबियों की पार्टी से बर्खास्तगी के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संविधान के हिसाब से जबतक कोई संसद सदस्य है,तभी तक वह मंत्री रह सकता है। लेकिन उन्हें नैतिक आधार पर स्थितियों काे देखते हुए फैसला करना चाहिए। बता दें कि,आरसीपी सिंह बतौर राज्यसभा सदस्य केंद्र सरकार में मंत्री हैं, लेकिन उनका राज्यसभा का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो रहा है। संवैधानिक दृष्टि से मंत्री बने रहने के लिए उनकाे छह महीने के अंदर संसद के किसी भी सदन का सदस्य बनना जरूरी है।
इसके अलावा कुशवाहा ने केंद्र में मंत्री न रहने के उपरांत आरसीपी सिंह क्या करेंगे के सवाल पर कहा कि इसका फैसला उन्हें खुद करना है। पार्टी में उन्हें क्या दायित्व दिया जाएगा, फिलहाल यह तय नहीं है।
जानकारी हो कि, इससे पहले मंगलवार यानी आज ही के दिन जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पार्टी के प्रवक्ता डा. अजय आलोक, प्रदेश महासचिव अनिल कुमार, प्रदेश महासचिव विपिन कुमार यादव तथा समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जितेंद्र नीरज को बर्खास्त कर दिया है। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि ये चारों नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त थे तथा उनकी हरकतों से कार्यकर्ताओं के बीच गलत संदेश जा रहा था।