पटना : राजधानी पटना में जदयू प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस मिलन समारोह में कुछ ऐसे चेहरे भी नजर आए, जो पहली दफा राजनीति में आए हैं तो वहीं कुछ पुराने चेहरे भी नजर आए। हालांकि, इस दौरान जो सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात रही, वह यह रहा कि दूसरे पार्टी से आए नेता अपने पुराने सुप्रीमो को खुलेआम गाली देने लगे।
दरअसल, लोजपा से नाता तोड़ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता जदयू का दामन थाम लिया है। इसमें पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पारस नाथ गुप्ता, पूर्व महासचिव रामनाथ रमण, पूर्व महासचिव दीनानाथ कांति, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लेबरसेल के कौशल सिंह कुशवाहा के अलावा पार्टी के 208 कार्यकर्ताओं ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की उपस्थिति में जदयू में शामिल हुए।
मिलन समारोह के दौरान लोजपा से जदयू में शामिल हुए केशव सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए चिराग पासवान को गालिय़ां देनी शुरू कर दी। चिराग पासवान को लच्छेदार गालियों से नवाजने लगे, जिसकी गुंजाइश सियासत में तो कतई नहीं हो सकती है। इस दौरान सबसे गौर करने वाली बात यह है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ताली बजाते दिखे।
राजनीति में बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप का अलग स्थान
वहीं, राजनीतिक जानकारों की मानें तो जब केशव सिंह द्वारा चिराग पासवान को गाली दी जा रही थी, तब आरसीपी सिंह को इस काम के लिए मना करना चाहिए था, क्योंकि राजनीति में बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप का अलग स्थान है और किसी को गाली देना कहीं से भी उचित नहीं है। साथ ही कुछ लोगों का यह भी कहना है कि आरसीपी सिंह खुद इतने पढ़े लिखे और मंझे हुए नेता हैं, फिर भी उनके सामने गाली दी जा रही है यह सरासर गलत है। यह राजनीति के गिरते स्तर का परिचायक है।
बहरहाल, देखना यह है कि आरसीपी सिंह इस मामले को बाहर आने के बाद क्या प्रतिक्रिया देते हैं. क्योंकि, उनकी छवि साफ-सुथरी राजनीति की रही है।