झारखंड : सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के 4 बड़े नेताओं पर दुष्कर्म का आरोप लगाया जा रहा है। यह अकाउंट एक आयशा खान नाम की महिला का है।
इस वायरल वीडियो में आयशा खान नामक महिला ने कहा है कि भाजपा के नेता महिलाओं को मजदूर समझते हैं। उन्होनें कहा कि मुझे डराया और धमकाया जा रहा है। अगर भविष्य में मेरे साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसके जिम्मेदार भाजपा के 4 बड़े नेता होंगे। महिला ने जिन नेताओं का नाम लिया है उनमें से बाबूलाल मरांडी, निशिकांत दुबे, सुनील तिवारी समेत 4 बीजेपी के नेता हैं।
वहीं महिला के इस वायरल वीडियो के बाद झारखंड कांग्रेस द्वारा इस मसले पर जोरदार हमला किया गया है। झारखंड प्रदेश कमेटी ने कहा कि राजनीतिक शुचिता की गंभीरता को देखते हुए झारखंड पुलिस प्रशासन और खासकर पुलिस महानिदेशक से निवेदन है पूरे मामले की जांच की जाए और सच्चाई का पता लगाया जाए। साथ ही इस मामले में जो भी लोग दोषी पाए जाते हैं पर सख्त कार्रवाई की जाए।
कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने कहा कि आज से 3 दिन पहले बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन जी से इस्तीफा मांगा था 2013 की घटनाओं को लेकर तो क्या अपनी सुचिता वह पेश करेंगे उदारवादी दिखाते हुए क्या वह इस्तीफा सौंपेंगे मुझे लगता है कि इस तरह के व्यक्तिगत मामलों से बाबूलाल जी को बचना चाहिए था लेकिन आज जब बीजेपी के बड़े नेताओं पर आरोप लगे हैं तो हम यह मानते हैं कि इस तरह की घटनाओं का पटाक्षेप होना चाहिए अनुसंधान होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए ।
जहां जहां बीजेपी की सरकारें हैं वहां दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि
उन्होनें कहा कि जहां जहां बीजेपी की सरकारें हैं वहां दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि हुई है। 38 फ़ीसदी महिला शोषण के मामले पिछले 4 वर्षों में बड़े हैं दलित महिलाओं के ऊपर 20% का इजाफा हुआ और यौन शोषण में 18 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है ।
इसके आलावा उत्तर प्रदेश की घटनाओं में भी विधायकों ने कहा कि जितनी भी लड़कियां दुष्कर्म की शिकार होती हैं वह गन्ने और बाजरे के खेत में पाए जाते हैं इसीलिए बीजेपी के नेताओं को राजनीतिक मर्यादाओं का पालन करते हुए इस्तीफा देनी चाहिए।
बहु-बेटियों को भाजपाईयों ने सिर्फ़ वस्तु समझा
https://twitter.com/Jmm_Mahila/status/1341982008109502469
वहीं इनके ही सहयोगी दल जेएमएम ने झारखंड बीजेपी और उसके नेताओं पर निशाना साधा है।जेएमएम ने ट्वीट किया कि ‘’छी छी!! बाबूलाल मरांडी,निशिकांत दुबे, सुनील तिवारी और भाजपा नेताओं की निकृष्ट नीयत को देश ने हर बार अपनी खुली आंखों से देखा। किसी राज्य में चले जाइये, बहु-बेटियों को भाजपाईयों ने सिर्फ़ वस्तु समझा। इन्हें नारी शक्ति का भान तक नहीं। झारखण्ड सरकार कृपया संज्ञान लें।’’
हेमंत सोरेन सोरेन में हिम्मत है तो केस दर्ज करा कर जांच करें
किस बात का ब्लैकमेल 2013 में तो झारखंड,महाराष्ट्र व केन्द्र में आपकी ही सरकार थी,उस वक़्त किसने ब्लैकमेल कर केस करवाया था? आप जैसी पढ़ी लिखी महिला से यह उम्मीद नहीं था। https://t.co/9zx7G9fzaB
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) December 24, 2020
वहीं अपने लगे आरोप को खारिज करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा है कि सवाल 2013 के बलात्कार का है? मुंबई पुलिस, सीबीआई सभी को इस वीडियो को संज्ञान में लेकर मेरे उपर केस करना चाहिए। हम इस चुनौती को स्वीकार करते है। यदि हेमंत सोरेन सोरेन में हिम्मत है तो केस दर्ज करा कर जांच करें, जनता 2013 में हुए मुंबई कांड का सच जानना चाहती है।’’
जानकारी हो कि कुछ दिन पूर्व भाजपा के तरफ से सोरेन पर आरोप लगाया जा रहा था कि वह 2013 में एक महिला के साथ दुष्कर्म किए थे इस कारण उनको मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। जिसके बाद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे की मांग की थी।
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन निशाना साधते हुए कुछ दिन पहले कहा था कि ‘’ हेमंत सोरेन को सीएम को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनको पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा था कि जब मैंने जांच किया तो पता चला कि 21 अक्टूबर, 2013 में मुंबई की उस मॉडल ने मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में भी याचिका दाखिल कर आरोप लगाया था। झारखंड के तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन ने मुंबई के होटल ताज लैंड्स एंड में 5 सितंबर 2013 को रेप किया था।
अब एक बार फिर से सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से झारखंड की राजनीति में एक दूसरे पर रेप का आरोप लगाकर बयानबाजी करने का दौर जारी हो चुका है। देखने वाली बात यह होगी कि वायरल वीडियो में सच्चाई कितनी है और यह महिला किस हद तक सच बोल रही है साथ ही झारखंड पुलिस प्रशासन द्वारा इस वीडियो पर किस प्रकार से कार्रवाई की जाती है।