रानी सती मंदिर में शुरू हुई भागवत कथा

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पटना : आज से दादी जी मंदिर में भागवत की कथा शुरू की गई। मथुरा से आए कथावाचक पंडित मुकेश मोहन शास्त्री भागवत की कथा का रसामृत करवाएंगे। जब पंडित मुकेश मोहन शास्त्री से पूछा गया कि श्री मद भागवत में और अन्य ग्रंथो में क्या अंतर है। तो उन्होंने उत्तर दिया की भागवत भगवान का साक्षात विग्रह है। श्री कृष्ण ने उद्धव जी को खुद ये बात बताई थी की मुझमें और भागवत में कोई अंतर नहीं है। यह कहकर भगवान भागवत में प्रवेश कर गए। पंडित मुकेश शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा जीवन के सभी समस्याओं का निराकरण करने में समर्थ है। और ज्यादा क्या कहा जाए भगवान को प्राप्त करने के सारे उपाय भी इसमें बताए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति भागवत का आश्रय ग्रहण किए हुए है उसे किसी तरह की चिंता, समस्या और संसय करने की जरूरत नहीं है। पंडित मुकेश शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा करवाने से व्यक्ति की सारी अभिलाषायें पूरी हो जाती है। भागवत के पाठ से या भागवत करवाने से पितृ शांति भी होती है। बल्कि उन्होंने कहा कि  श्री मदभागवत पितरों के मोक्ष के लिए, उनकी मुक्ति के लिए और इहलोक और परलोक की इच्छाओं को पूरा करने के लिए रामबाण है। उन्होंने आगे कहा कि जिस घर मे भागवत का रोज़ पाठ होता है वो घर मंदिर हो जाता है।  श्री मद भागवत में जो घोषणाएं की गईं हैं वैसा किसी दूसरे ग्रंथ में देखने को नहीं मिलता है। पंडित जी ने बाद में कहा कि इसके बारे में ज्यादा बोलने कहने की जरूरत नहीं है बल्कि खुद कथा में शामिल होकर अनुभव करने की जरूरत है। कथा का आयोजन पटना के समाजसेवी कृष्ण मुरारी पंसारी ने कराया है।

(मधुकर योगेश)

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