पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ती सरगर्मियों के बीच रामविलास पासवान ने अहम बयान देते हुए कहा कि मैं चिराग के हर फ़ैसले के साथ मैं खड़ा हूँ। राम विलास पासवान ने बेटे चिराग को लेकर भावनात्मक रूप से जो कुछ कहा है उसके मायने बहुत गहरे हैं।
बताया जाता है कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न संकट के समय देश को खाद्य सामग्री पहुँचाते समय रामविलास पासवान बीमार थे। लेकिन, काम में बाधा नहीं आए इसलिए वे अस्पताल नहीं गए।
लेकिन, स्थिति को सामान्य बनाने के प्रयास के बाद वे बेटे चिराग के कहने पर गए अस्पताल गए। जहां उनके स्वास्थ्य में काफी सुधार देखने को मिल रहा है।
इसको लेकर मुझे ख़ुशी है की मेरा बेटा चिराग मेरे साथ है और मेरी सेवा कर रहा है। मेरा ख्याल रखने के साथ-साथ पार्टी के प्रति भी अपनी ज़िम्मेदारियों को बखूबी निभा रहा है। मुझे विश्वास है कि अपनी युवा सोच से चिराग पार्टी व बिहार को नयी ऊँचाईयों तक ले जाएगा। चिराग के हर फ़ैसले के साथ मैं मज़बूती से खड़ा हूँ।
रामविलास ने कहा कि मुझे आशा है कि मैं स्वस्थ होकर जल्द ही अपनों के बीच आऊँगा।
रामविलास के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा तेज हो गई है कि आगामी चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग तथा चिराग के चुनावी एजेंडे को रामविलास ने सही माना। इसलिए एनडीए (NDA) के अंदर अब चिराग मजबूती से अपने पक्ष को रखेंगे।
विदित हो कि चुनाव को लेकर चिराग पासवान काफी समय से सीएम नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू के प्रति मुखर हैं। चिराग कहते हैं कि सरकार तो NDA की है लेकिन, नीतीश कुमार काम महागठबंधन के एजेंडे पर कर रहे हैं। इसलिए इसबार सीट शेयरिंग से पहले NDA का एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनना चाहिए। इसके बाद सीट शेयरिंग पर बात होनी चाहिए।