Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured पटना बिहार अपडेट संस्कृति

राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर 25 को करेंगे चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव का उद्घाटन

बिहार में पहली बार भारतीय मूल्य से जुड़े साहित्यिक विमर्श का आयोजन : प्रो. श्याम शर्मा

इस महोत्सव के दौरान कुल बारह समानांतर सत्र आयोजित होंगे : प्रो. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता

पटना: पटना के स्काॅउटस एंड गाइडस परिसर में आगामी 25 और 26 मार्च को राष्ट्रीय स्तर का चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव का आयोजन किया जा जाएगा। महोत्सव के दौरान कई शीर्षस्थ साहित्यकार, चिंतक और संस्कृति कर्मी भाग लेंगे। महोत्सव का उद्घाटन प्रदेश के महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर करेंगे। बिहार में पहले भी साहित्य उत्सव होते रहे हैं। लेकिन, पहली बार भारतीय मूल्य से जुड़े साहित्यिक विमर्श का आयोजन किया जा रहा है। साहित्य के विविध आयामों पर विमर्श के अतिरिक्त कवि सम्मेलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। स्वागत समिति के उपाध्यक्ष प्रो. श्याम शर्मा ने सोमवार को प्रेसवार्ता के दौरान उक्त जानकारी दी।

कार्यक्रम के संयोजक प्रो. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि 25 मार्च को कार्यक्रम का उद्घाटन सुबह 9.30 बजे महामहिम राज्यपाल के कर-कमलों से होगा। दो दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव के दौरान बारह समानांतर सत्र आयोजित किये जायेंगे। 12 बजे से सत्र प्रारंभ होंगे। 12 बजे से 1.30 बजे तक 3 समानांतर सत्र चलेंगे। जिसे क्रमशः ऑर्गनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर, प्रख्यात साहित्यकार प्रो. अवनिजेश अवस्थी और डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष संबोधित करेंगे। इसी प्रकार भोजनोपरान्त के सत्र में डॉ आशीष कंधवे, डॉ उदय प्रताप सिंह, प्रो. योगेंद्र प्रताप सिंह तथा डॉ बुद्धिनाथ मिश्र उपस्थित रहेंगे। 25 मार्च को ही शाम में कवि सम्मेलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। कवि सम्मेलन में प्रख्यात हास्य कवि शम्भू शिखर, डॉ. रुचि चतुर्वेदी, पूनम वर्मा और गजेंद्र सोलंकी रहेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी सम्राट भरत शर्मा और महाकवि विद्यापति के पदावली पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति होगी।

महोत्सव के सहसंयोजक मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि 26 मार्च को सुबह 9 बजे से ही सत्र प्रारंभ होंगे। लेखक से मिलिए कार्यक्रम में प्रख्यात लेखक डॉ. नीरजा माधव, डॉ. विकास दवे और डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र अपने लेखन कला और उसमें आनेवाली चुनौतियों के बारे में बताएंगे। समानांतर सत्र में डॉ क्षमा कौल, प्रो. रामवचन राय और डॉ. विजय कुमार मिश्र रहेंगे।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का समापन 26 मार्च को दोपहर 2 बजे से होगा। इसमें वरिष्ठ साहित्यकार को चंद्रगुप्त साहित्य सम्मान और कुछ अन्य सम्मान भी प्रदान किए जायेंगे। इसके अलावा निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।