राज्यसभा चुनाव : NDA में पहले आप-पहले आप वाली स्थिति, मात्र इतने घंटे का समय शेष
पटना : राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवारों के नामांकन को लेकर अब करीब 38 घंटे ही शेष रह गए हैं। 31 मई को शाम 5:00 बजे तक ही उम्मीदवार अपना नमांकन पर्चा दाखिल कर सकते हैं। लेकिन अभी भी भाजपा और जदयू के तरफ से अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, जदयू के अंदर इसको लेकर बैठकों का दौर लगातार जारी है। ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा और जदयू के अंदर पहले आप पहले आप वाली स्थिति बनी हुई है। जबकि, दूसरी तरफ राजद के दोनों प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिया है। जिसके बाद अबतक अपने उम्मीदवार घोषित न करने को लेकर राजनीतिक छींटाकशी भी हो रही है।
एनडीए के दोनों घटक दल एक दूसरे के इंतजार में
बता दें कि, बिहार में राज्यसभा की 5 सीटों के लिए चुनाव होने हैं लेकिन बिहार एनडीए के दोनों घटक दल बीजेपी और जेडीयू एक दूसरे के इंतजार में हैं। दोनों पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का यह कहना है कि पहले दूसरे पार्टी द्वारा अपने प्रत्याशी की घोषणा की जाए। भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वह अपने प्रत्याशी की घोषणा इसलिए नहीं कर रही है क्योंकि वह चाहती है कि जदयू के तरफ से यह फाइनल हो जाए कि वह आरसीपी सिंह को वापस राज्यसभा भेज रही है या नहीं।
आरसीपी सिंह को लेकर फैसला लेने में थोड़ी राहत
इधर, जदयू सूत्रों का यह कहना है कि यदि भाजपा अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देती है तो फिर आरसीपी सिंह को लेकर फैसला लेने में उनको थोड़ी राहत मिलेगी, इसलिए जदयू के तरफ से इंतजार किया जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि जदयू नेताओं को इस बात का भय है कि अगर पहले किसी दूसरे प्रत्याशी का ऐलान कर देती है तो कहीं बीजेपी आरसीपी सिंह को अपने कोटे से ना राज्यसभा ने भेज दे। लिहाजा, जदयू भाजपा के ऐलान के बाद ही अपने पत्ते खोलना चाहती है। दूसरी वजह यह भी है कि जदयू हमेशा से ही अंतिम समय में ही अपने उम्मीदवार को लेकर निर्णय लेती रही है।
ललन सिंह को कोई जानकारी नहीं, जबकि नीरज कुमार को है जानकारी
जबकि,जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का आरसीपी सिंह को लेकर यह कहना है कि अभी आरसीपी की उम्मीदवारी को लेकर मुझे कोई जानकारी नहीं है। सीएम नीतीश कुमार इस पर फैसला लेंगे। जब घोषणा होगी तो बता दिया जाएगा। जबकि पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि मालूम नहीं आप लोगों को किस बात की जल्दी है फैसला आने दीजिए जब फैसला आएगा सब कुछ आप लोगों के सामने स्पष्ट हो जाएगा।हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि जदयू हमेशा से चौंकाने वाली फैसला लेते रही है इस बार भी चौंकाने वाला ही फैसला होगा। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण अनिल हेगड़े को राज्यसभा भेजना भी समझा जा सकता है।
इसके अलावा उनके ही पार्टी के एक अन्य नेता का कहना है कि पार्टी इसको लेकर जल्द ही ऐलान कर देगी। अभी भी नामांकन में 38 घंटों का वक्त है और समय से पहले पार्टी के अंदर फैसला ले लिया जाएगा।
भाजपा नेताओं की व्यवस्था के वजह से देरी
वहीं, भाजपा के नेता का कहना है कि प्रदेश स्तर पर सूची को अंतिम रूप देने के बाद केंद्र को भेज दिया गया है। केंद्र के स्तर पर फैसला लिया जाना है। जदयू को लेकर हमारे यहां ऐलान में देरी नहीं है। बल्कि, नेताओं की व्यवस्था के वजह से देरी हो रही है लेकिन जल्द ही ऐलान हो जाएगा।