पटना : महागठबंधन में शामिल वाम दल व राजद में सहमति नहीं बनाने पर वामदलों ने 19 दिसंबर को बिहार बंद का आह्वान किया था और राजद ने 21 दिसंबर को।
तेजस्वी यादव ने राजद द्वारा बिहार बंद के ठीक एक दिन पहले राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि राजद द्वारा बिहार बंद के दौरान किसी भी तरह की अगर हानी पहुचने की कोशिश की तो इसका अंजाम बुरा होगा।
हम लोग 21 को शांतिपूर्ण तरीके से प्रतिरोध करेंगे, बिहार बंद करेंगे। पार्टी की ओर से भी कार्यकर्ताओं को निर्देशित कर दिया गया है। फिर भी अगर पुलिस ने किसी पर बल प्रयोग किया, नीतीश कुमार ने कुछ चालाकी दिखाने की कोशिश की, तो अंजाम बुरा होगा।"
–@yadavtejashwi जी pic.twitter.com/9fKXY2RjNd— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) December 20, 2019
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का अधिकार है चाहे वह आम नागरिक हो या कोई राजनितिक दल। सभी को असहमति व्यक्त करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शांति पूर्ण प्रदर्शन करने का ऐलान किया है और इस दौरान पुलिस प्रशासन या सरकार द्वारा अशांति फ़ैलाने का प्रयास किया जाएगा तो इसका अंजाम बुरा होगा।
उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार अभी रुदाली की भूमिका में है, रुदाली की परिभाषा समझाते हुए उन्होंने बताया कि रजा-महाराजा के समय रुदाली हुआ करते थे। जिन्हें लोगों की मृत्यु होने पर भाड़े पर रोने के लिए बुलाया जाता है। अभी नीतीश कुमार खुद रुदाली की भूमिका में है।
उनकी पार्टी लोकसभा और राज्यसभा में सीएए का समर्थन करती है और यहां नीतीश कुमार आरएसएस की गोद में बैठ कहते है कि किसी को डरने की जरुरत नहीं है। यह दोहरी नीति है लोगों को ठगना बंद करें लोग मुर्ख नहीं है, लोग सभ समझते है।
जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जो काम मुसलमानों के लिए किया है किसी ने उतना काम नहीं किया है और नीतीश कुमार को किसी से सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं है तेजस्वी धमकी वाली भाषा का प्रयोग नहीं करें।