नयी दिल्ली : उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और राज ठाकरे जबर्दस्त व्यंग्य किया। अपने ट्वीट में दोनों नेताओं ने उद्धव पर लालची होने और सत्ता के लालच में अपने पिता बालासाहेब ठाकरे की मेहनत पर पानी फेर देने का आरोप लगाया। राज ठाकरे ने लिखा—’जिस दिन मनुष्य अपने सौभाग्य को ही अपना निजी कर्त्वय मानने लगता है, उस दिन से पतन का प्रवास शुरू हो जाता है।’
कुर्सी के लालच में किया विचारधारा से समझौता
मराठी, हिंदी और अंग्रेजी में किए गए इस ट्वीट के नीचे उद्धव के चचेरे भाई राज ठाकरे ने बजाप्ता हस्ताक्षर भी किया है। दूसरी तरफ अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने भी एक बयान में कहा कि उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा तो दे दिया, लेकिन इसमें उन्होंने बहुत देर कर दी। वह आखिरी तक कुर्सी के लालच में बने रहे। सत्ता के लिए उन्होंने विचारधारा से समझौता कर लिया और अपने महान पिता की सारी मेहनत को बर्बाद कर दिया।
भाजपा की नई सरकार को समर्थन का ऐलान
बकौल राज ठाकरे और नवनीत राणा, शिवसेना बालासाहेब ठाकरे ने बनाई थी। लेकिन महाराष्ट्र का सीएम पद पाने के लिए उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब की वर्षों की हिंदुत्व वाली मेहनत पर ही पानी फेर दिया। राज ठाकरे ने तो आने वाली भाजपा सरकार को भी समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। राज ठाकरे की पार्टी की ओर से मुंबई में कुछ पोस्टर भी लगाए गए जिनमें मराठी में लिखा है— ‘अब आपको कैसा महसूस हो रहा है?’ इस पोस्टर को उद्धव पर तंज के रूप में ही देखा जा रहा है।