पटना : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी ने पटना के गांधी मैदान से नरेंद्र मोदी सरकार को आगामी लोकसभा चुनाव में हराने के आह्वान के साथ ही गैर भाजपा दलों को एकजुट होकर पूरी मुस्तैदी से काम करने की सलाह दी। लेकिन गैर बीजेपी दलों की एकता को श्री गांधी कितना महत्व देते हैं, इस बात का प्रमाण इसी से मिलता है कि वे पटना आये तो जरूर लेकिन वे न तो घटक दल के प्रमुख नेता श्री उपेंद्र कुशवाहा से मिलने अस्पताल गये और न ही उनके स्वास्थ्य के बारे में किसी से जानकारी ली। अपने भाषण के दौरान भी उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा पर हुए पुलिस कार्रवाई का जिक्र करना मुनासिब नहीं समझा।
श्री कुशवाहा जो कुछ दिन पूर्व मोदी सरकार में मंत्री थे, ने राजग छोड़कर महागठबंधन का दामन थाम लिया था। श्री कुशवाहा को राजधानी में विरोध मार्च के दौरान काफी गंभीर चोटें आईं थी। वे अभी अस्पताल में इलाज करवा रहें हैं। रोहतास जिले के काराकाट लोकसभा सीट से संसद पहुंचे श्री कुशवाहा अभी अस्पताल में इलाजरत हैं।
हालांकि मधेपुरा एमपी श्री पप्पू यादव उनसे मिलने अस्पताल में जरूर गये थे। विरोधी दल के नेता श्री तेजस्वी यादव ने पुलिस लाठीचार्ज की निंदा करते हुए घायल श्री उपेंद्र कुशवाहा का कुशल छेम फोन पर पूछा था। श्री राहुल गांधी की रैली का आगामी चुनाव पर क्या असर पड़ेगा यह तो समय ही बतायेगा। लेकिन एक बात तो स्पष्ट है कि विपक्षी दलों में तालमेल का अभाव है। ऐसी परिस्थिति में विपक्षी एकता की बात करना बेमानी जान पड़ती है।