PM मोदी के ऐलान पर राहुल गांधी ने थपथपाई अपनी पीठ, जानें बच्चों के टीकाकरण पर क्या कहा?
नयी दिल्ली : पीएम मोदी के कोरोना को हैंडल करने की देश ही नहीं, विदेशों में भी काफी सराहना हुई है। यहां तक कि भारत में पीएम के धुर विरोधी भी इस मामले में उनके काम का लोहा मान चुके हैं। लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी यहां भी महज विरोधी का धर्म निभा गए। जब पीएम ने बीती रात 15—18 उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन और फ्रंट लाइन वर्कर्स तथा 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज बैक्सीन लगाने का ऐलान किया, तब राहुल गांधी को क्रेडिट लेने की समाजवादी अखिलेश यादव का आइडिया बरबस याद आया और वे भी उनकी राह पर चल पड़े।
तो पीएम ने माना राहुल का सुझाव…
जैसे ही प्रधानमंत्री ने बच्चों के टीकाकरण और बुजुर्गों तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स के तीसरे डोज का ऐलान किया, राहुल गांधी ने कहा कि आखिर केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज का मेरा सुझाव मान लिया। यानी पीएम ने राहुल की बात मानकर ही अपना ऐलान किया और उनके अहम फैसलों की पृष्ठभूमि में राहुल का ही आइडिया रहा है। इसी तरह कभी उनके साथ यूपी में दोस्त रहे सपा के अखिलेश भी केंद्र और योगी सरकार के कई कामों को अपने काल में शुरू करवा चुकने का जुबानी क्रेडिट लेते रहे हैं। अखिलेश ने तो पिछले वर्ष वैक्सीनेशन की शुरुआत होने पर इसे भाजपा का वैक्सीन बताते हुए फर्स्ट डोज लेने से इनकार कर दिया था।
हालांकि राहुल गांधी ने अपने ताजा बयान के साथ यह भी जोड़ा है कि वे केंद्र सरकार के बच्चों के टीकाकरण और बुजुर्गों तथा फ्रंट लाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाने के ऐलान से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार का एकदम सही निर्णय है। देश के जन—जन तक वैक्सीन व बूस्टर डोज की सुरक्षा पहुंचनी ही चाहिए।