पटना : बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में शासन नाम की कोई चीज नहीं है।
29 अगस्त, 2019 को गोपालगंज में ठेकेदार की हुई हत्या पर उन्होंने कहा कि कैसे कोई अधिकारी किसी की हत्या कर सकता है इसमें जरुर ही सरकार का सह है, जिससे अधिकारियो का मनोबल बढ़ा हुआ है। मनोबल इस कदर बढ़ा हुआ है कि ठेकेदार रामाशंकर सिंह अपने पुत्र राणा सिंह के साथ बकाया राशि मांगने मुख्य अभियंता सिंचाई के मुरलीधर सिंह के पास गए तब मुख्य अभियंता बार-बार बात को टाला रहे थे। विवाद इतना बढ़ गया कि मुरलीधर सिंह गुस्से में आकर ठेकेदार रामाशंकर सिंह ठेकेदार पर तेल का छिड़काव कर आग लगा दी। आरोपी अभियंता पर 302 तक की धाराएं नहीं लगाई गई है और न ही अभी तक गिरफ़्तारी ही हो पाई है। उन्होंने सरकार से रामाशंकर सिंह के परिवार को 5 करोड़ का मुआवजा देने की मांग की।
उदय नारायण चौधरी व राजद प्रवक्ता भाई बिरेद्र ने कहा कि सीतामढ़ी जिला परिषद सदस्य ने जिला उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर महिला को धमकी दी गई। बताया जाता है कि जिला उपाध्यक्ष एनडीए से जुड़े हुए हैं और उन्होंने फोन पर महिला को अभद्र, अश्लील भाषा का प्रयोग करते हुए मामला वापस लेने की धमकी भी दी है।