पटना : चेहरा भूल गए, दिन भी बदल गए। धीरे-धीरे ना जाने कैसे वह वक्त भी ढल गया। लेकिन अचानक जब 32 वर्षों के बाद वही चेहरे, वही दिन और वही वक्त लौट आए तो ऐसा लगता है कि जवानी की उमंग और रवानी एक बार फिर लौट आई। ऐसा ही कुछ नजारा आज पटना विवि के पूर्ववर्ती छात्रों के चेहरें पर दिखा। मौका था पटना के पनाश हाॅटल में आयोजित पटना विश्वविद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र-छात्राओं के मिलन समारोह का। लगभग 32 साल बाद दोस्तों से मिलने की खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी। काॅलेज के बीते दिनों के याद में वे एकबारगी खो से गये। यह मिलन समारोह सत्र 1981-1983 और 1983 -1985 के छात्र-छात्राओं का था।
एलुमिनाई मीट में पुरानी यादों को ताजा कर खूब ठहाके लगे। उन दिनों की काॅलेज की बातों का जिक्र कर छात्र-छात्राएं जैसे फिर से पुराने दिनों में लौट गए हों। मिलन समारोह में आई 1983-1985 बैच की कथक नृत्यांगना नीलम चैधरी ने बताया कि यहां आकर इतनी खुशी हुई है कि मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। 32 साल बाद सभी से मिलकर यादें नई हो गईं हैं। नई तकनीक का हमारे मिलन समारोह में बहुत बड़ा योगदान रहा है। वहीं संगीता का कहना रहा कि चेहरे तो भूल गए पर यहां आकर दोस्तों से मिलकर यह अहसास हो रहा है कि आज हम उसी दौर को आज भी जीवंत कर रहे हैं।
(बीना कुमारी सिंह)