पटना : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बजट को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि इस बार का बजट स्वास्थ्य एवं आत्मनिर्भर भारत के लिए समर्पित रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के विरुद्ध हम निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं और इसको खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में भारत दुनिया में सबसे आगे है और यह काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सफल नेतृत्व और आम जनता की भागीदारी से संभव हुआ है।
इसके पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने आम लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी और सुझाव मांगा। इसके तुरंत बाद उन्होंने भागलपुर अतिथि गृह में जिलाधिकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों एवं मेयर के साथ बैठक कर विकास योजनाओं कानून व्यवस्था और अन्य विषयों पर विचार विमर्श किया इस दौरान उन्होंने आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के समस्याओं एवं सुझाव पर संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
कोरोना के टीके की दूसरी डोज देने की प्रक्रिया शुरू
इसके बाद चौबे ने कहा कि कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में भारत दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। 16 जनवरी से शुरू हुए पहले डोज के टीकाकरण के अंतर्गत अब तक 28 दिनों में 80 लाख से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं जिनमें स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कुल 77 लाख से ज्यादा टीके लगे हैं। आज से देश में कोरोना के टीके की दूसरी डोज देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भारत जैसे सघन जनसंख्या वाले विशाल देश में एक सिस्टम विकसित कर इतनी तेजी से टीकाकरण करना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हम न सिर्फ भारतवर्ष बल्कि अपने और मित्र देशों को भी वसुधैव कुटुंबकम की भावना से प्रेरित होकर कोरोना वैक्सीन देने का काम किया है। आज कोरोना के विरुद्ध सुनियोजित और स्वरित प्रतिक्रिया को देखकर भारत की तरफ सारा विश्व उम्मीद से देख रहा है और तारीफ कर रहा है।
असाधारण परिस्थितियों में लाया गया अद्भुत बजट
वहीँ बजट पर चर्चा करते हुए चौबे ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021 22 का बजट कोरोना काल के असाधारण परिस्थितियों में लाया गया अद्भुत बजट है जिसमें जनता के आम जनता के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और देश को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की गई है। बजट के प्रस्ताव के 6 स्तंभों में सबसे पहले स्वास्थ्य को रखा गया और प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य भारत योजना की शुरुआत की गई जिसके लिए सरकार ने 64180 करोड रुपए का प्रावधान किया।
साथ ही उन्होंने बताया कि बहुत ही जल्द 18000 नए हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर खोले जाएंगे प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य भारत योजना के अंतर्गत देश भर के 602 जिलों में क्रिटिकल केयर अस्पताल और 17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट खोले जाएंगे। कोरोना की त्रासदी को देखते हुए भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने चार क्षेत्रीय राष्ट्रीय विषाणु संस्थान की स्थापना का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य अनुसंधान पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। डब्ल्यूएचओ दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए क्षेत्रीय अनुसंधान प्लेटफार्म और एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान बनाने की भी घोषणा की गई है। इस प्रकार इस बजट में आम लोगों के स्वास्थ्य और आत्मनिर्भर बनाने पर सरकार ने विशेष जोड़ दिया है।