पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गई है। चुनाव आयोग द्वारा बिहार में चुनाव कराने को लेकर कभी भी तिथि की घोषणा की जा सकती है। इस बीच बिहार राजनीति के दो महत्वपूर्ण खेमा एक महागठबंधन तो दूसरा एनडीए अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए नए समीककरण पर काम कर रही है।
सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनने के बाद महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में शामिल होनी वाली पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा पोस्टरबाजी में कूद गई है। रविवार को हम द्वारा एक पोस्टर जारी किया गया है। जिसमें हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को NDA में शामिल होने पर बधाई देने की बात कही गई है।
लेकिन, इस पोस्टर के जरिये यह बातें सामने आई है कि जीतन राम मांझी की पार्टी लोजपा को एनडीए का हिस्सा नहीं मानती है। पोस्टर के जरिये हम ने विरोधियों के बदले अपने सहयोगी दल को ही निशाना बनाया है। पोस्टर में चिराग पासवान के नारे बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का काउंटर कड़ते हुए मांझी द्वारा नया नारा दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि फर्स्ट बिहार नीतीश कुमार।
मांझी के पार्टी द्वारा जारी इस पोस्टर में इस नारे के मायने यही निकाले जा रहे हैं कि जिस तरह से लोजपा ने सीएम नीतीश को कई मौकों पर आड़े हाथ लिया था। इसका जवाब अब नीतीश कुमार के सहयोगी जीतन राम मांझी द्वारा दिया जा रहा है। इस तरह से गठबंधन के अंदर प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल अब खुलेआम शुरू हो चुका है।