पटना : राजद से विधायक रह चुकी और पिछले विधानसभा चुनाव के पहले पाला बदलकर जेडीयू में शामिल होने वाली प्रेमा चौधरी ने आखिरकार घर वापसी का फैसला कर लिया है। प्रेमा चौधरी जो जेडीयू की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने फिर से राजद का दामन थामने का फैसला कर लिया है। पातेपुर विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी प्रेमा चौधरी ने विधानसभा चुनाव के पहले बीते साल अगस्त महीने में जदयू की सदस्यता ले ली थी। लेकिन अब उन्होंने नीतीश का नेतृत्व छोड़कर तेजस्वी के साथ आने का फैसला कर लिया है।
प्रेमा चौधरी ने जनता दल यूनाइटेड को दूसरे दल के नेताओं के लिए डंपिंग यार्ड बताते हुए कहा है कि यहां अच्छे लोगों की कद्र नहीं है। वह बड़ी उम्मीद के साथ जदयू में आई थी। लेकिन उन्हें अब तक ऐसा लगता रहा कि वह किसी किराए के घर में रह रही हैं। पूर्व विधायक के प्रेमा चौधरी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने उन्हें पातेपुर से टिकट देने का भरोसा देकर पार्टी में शामिल कराया था। लेकिन उनके साथ दगाबाजी की गई।
प्रेमा चौधरी ने कहा है कि उन्हें जदयू में घुटन महसूस हो रही है। यहां अच्छे लोगों को काम करने नहीं दिया जाता है। लेकिन अब वह और ज्यादा दिनों तक जेडीयू के साथ नहीं बनी रह सकती। प्रेमा चौधरी ने फैसला किया है कि वह अपने पुराने घर में वापस लौट आएंगी।