नयी दिल्ली : केंद्र सरकार NRC को पूरे देश में लागू करेगी। गृहमंत्री अमित शाह के संसद में इस ऐलान के बाद एनडीए में शामिल जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर इसपर सवाल उठाया। अब इसी मुद्दे पर भाजपा के मंत्री गिरिराज सिंह ने PK पर जोरदार हमला किया। गिरिराज ने कहा कि NRC भारत में घुस आये अवैध लोगों को चिह्नित करने का जरिया है। ऐसे में इन अवैध और भारत विरोधी कार्यों में लिप्त लोगों से किसी को प्रेम क्यों? क्या भारत कोई धर्मशाला है? म्यांमार, बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका से आकर घुसपैठिए यहां घुस जाएं और देश विरोधी हरकतें करें। ऐसे में इन अवैध लोगों को ढोने के लिए भारत में राजनीति कहां तक वैध है?
जो गैरकानूनी, उसकी हिमायत क्यों?
प्रशंत किशोर के ट्वीट पर गिरिराज सिंह ने कहा कि ‘सहमति और आम सहमति का क्या सवाल है। NRC से उन्हें निकाला जाएगा जो अवैध हैं। अवैध से किसी को प्रेम क्यों? चाहे सहमति हो या असहमति, अवैध तो अवैध है। उसे देश में रहने का अधिकार नहीं है। भारत कोई धर्मशाला नहीं है।’
NRC देश बचाने का जरिया, PK के पेट में क्यों उठी मरोड़?
ममता बनर्जी को भी लताड़
गृहमंत्री अमित शाह के बयान को आधार बनाते हुए गिरिराज ने ममता बनर्जी पर भी वार किया। उन्होंने कहा कि कोई कहता है—हम अपने राज्य में NRC नहीं लागू होने देंगे। क्या भारत में भारत का कानून नहीं चलेगा। गृह मंत्री का बयान देशहित में है।बंगाल और बिहार घुसपैठियों के लिए स्वर्ग की तरह हैं। यहां वोट की राजनीति उन्हें ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
इंदिरा गांधी का दिया हवाला
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हवाला देते हुए गिरिराज ने कहा कि 1971 में उन्होंने भी यही बात कही थी। उन्होंने कहा था कि घुसपैठियों को रखने की ताक़त हमारे पास नहीं है। लेकिन वे बाद में आंतरिक दबाव में आकर झुक गईं थी। ऐसे में देश की जनता को यह देखना होगा कि कौन उनको गुलाम बनाने के लिए इस्तेमाल करना चाहता है, और कौन इन लोगों की बनाई हुई समस्याओं से देश को मुक्त करने का इरादा।