नयी दिल्ली : भोपाल में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को धूल चटाने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को प्रधानमंत्री मोदी ने वास्तव में दिल से माफ नहीं किया है। प्रचंड जीत के बाद आयोजित एनडीए की बैठक के दौरान जब नवनिर्वाचित प्रज्ञा ठाकुर अन्य सांसदों की तरह प्रधानमंत्री को बधाई देने पहुंची, तो प्रधानमंत्री ने मुंह फेर लिया।
साफ है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से मोदी अब भी नाराज़ हैं। प्रधानमंत्री एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद सबसे हंस कर मिले। लेकिन जैसी ही प्रज्ञा उन्हें बधाई देने के लिए आगे बढ़ीं, मोदी ने मुंह घुमा लिया और उनकी कोई नोटिस ही नहीं ली।साथ ही पीएम ने साध्वी को आगे बढ़ने का इशारा भी कर दिया।
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने कई विवादित बयान दिये। अपने उन्हीं बयानों में से एक में उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को लेकर कह दिया कि वह एक राष्ट्रभक्त थे। साध्वी प्रज्ञा ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। इसके बाद देशभर में भाजपा की चौतरफा आलोचना होने लगी। शीघ्र ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और फिर प्रधानमंत्री मोदी ने भी साध्वी के बयान को पूरी तरह खारिज कर दिया। पीएम ने तो यह भी कहा कि मैं साध्वी को कभी दिल से माफ नहीं कर पाउंगा।
भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान जारी किया गया। पीएम ने तब कहा था कि प्रज्ञा की बातें पूरी तरह से घृणा के लायक हैं। सभ्य समाज के अंदर इस प्रकार की बातें नहीं चलती हैं।