पोस्ट कोरोना दुनिया में भारत निवेश का स्वर्ग, पीएम ने चीन को दिया स्पष्ट संदेश
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री ने आज ‘इंडिया आइडियाज समिट’ के दौरान रात नौ बजे विश्व को संबोधित करते हुए चीन की हड़प नीति और कोरोना संकट के बाद बदले हालात में भारत के निवेश अवसरों का खाका पेश किया। ‘यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल’ द्वारा आयोजित इस समिट में पीएम मोदी ने चीन को बेनकाब करते हुए उसे उसी की भाषा में जवाब देने का भी स्पष्ट संदेश दिया। इस समिट में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ, वर्जीनिया के सीनेटर मार्क वार्नर और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली शामिल हुए।
विस्तारवादी नहीं, मानव केंद्रित होना चाहिए विकास
पीएम ने कहा कि आज दुनिया भारत की ओर देख रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत खुलेपन, अवसरों और तकनीक का एक बेहतरीन मिश्रण है। पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी इस बात पर सहमत है कि दुनिया को बेहतर भविष्य की जरूरत है। हम सभी को एकसाथ आकर बेहतर भविष्य देना होगा। मैं पूरी तरह से मानता हूं कि भविष्य को लेकर अप्रोच मानव केंद्रित होना चाहिए। पीएम ने चीन का नाम लिये बगैर उसकी हरकतों से विश्व को सावधान करते हुए एकजुट होकर अपने आर्थिक और संप्रभू हितों की रक्षा का भी आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी इस बात पर सहमत है कि दुनिया को बेहतर भविष्य की जरूरत है। हम सभी को एकसाथ आकर बेहतर भविष्य देना होगा। मैं मानता हूं कि भविष्य को लेकर अप्रोच मानव केंद्रित होना चाहिए, न कि विस्तारवादी।
ऊर्जा, स्वास्थ्य सेक्टर में निवेश के बड़े अवसर
कोरोना के चलते बदले अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य में चीन के खिलाफ उंगली उठाने वाले मुल्कों को व्यापक आर्थिक साझेदारी के लिए आकर्षित करते हुए पीएम मोदी ने अमेरिका, जर्मनी, जापान समेत विश्व के प्रमुख लोकतांत्रिक देशों से साफ कहा कि भारत आपको एनर्जी सेक्टर में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता है। भारत खुद को गैस बेस्ड अर्थव्यवस्था में बदल रहा है। इस क्षेत्र में अमेरिकी कंपनियों के लिए काफी अवसर होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, भारत आपको हेल्थ सेक्टर में निवेश करने को आमंत्रित करता है। भारत का हेल्थकेयर सेक्टर 22 फीसदी की स्पीड से तरक्की कर रहा है। हमारी कंपनियां मेडिकल-टेक्नोलॉजी, टेली-मेडिसिन और डायग्नोस्टिक्स के उत्पादन में भी प्रगति कर रही हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि पिछले छह वर्षों के दौरान हमने अपनी अर्थव्यवस्था को अधिक सुधार योग्य बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं। इन सुधारों की वजह से प्रतिस्पर्धात्मकता, पारदर्शिता, डिजिटाइजेशन, इनोवेशनऔर पॉलिसी स्थिरता बढ़ी है।
विनिर्माण के लिए घरेलू क्षमता में सुधार पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर दोहराया कि भारत में निवेश का अवसर काफी बड़ा है। भारत आपको निवेश करने के लिए आमंत्रित करता है. पीएम मोदी ने कहा, भारत ने हाल ही में कृषि क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए हैं। इसमें निवेश के अवसर हैं। पीएम मोदी ने कहा, मैन्युफैक्चरिंग की घरेलू कैपसिटी को बढ़ाना होगा और फाइनैंशल संस्थाओं को मजबूत करना होगा। इसका मतलब विनिर्माण के लिए घरेलू क्षमता में सुधार, वित्तीय प्रणाली के स्वास्थ्य को बहाल करना और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में विविधता लाना है। अखिर में यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल को श्री मोदी ने इस आयोजन के लिए धन्यवाद भी दिया। इंडिया आईडिया समिट में कोरोना महामारी के बाद की दुनिया में भारत-अमेरिकी सहयोग और दोनों देशों के बीच भविष्य में रिश्ते जैसे विषयों पर चर्चा हो रही है।