पटना : बिहार में राजद नेत्री राबड़ी यादव को प्रतिपक्ष की कुर्सी दिलवाने की कवायद तेज हो गई है। जानकारी हो कि
5 एमएलसी के राजद छोड़ने के बाद राबड़ी देवी के हाथ से नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी गयी थी।
वहीं राजद के नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि राबड़ी देवी जी को नेता प्रतिपक्ष का पद मिलना चाहिए। इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परंपरा का निर्वहन करें क्योंकि राजद बिहार विधान परिषद में सबसे बड़ी पार्टी है और परंपरा के अनुसार नेता प्रतिपक्ष का पद सबसे बड़ी पार्टी को ही मिलता है।
वहीं कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि यह बात सही है कि विधान परिषद में राजद के पास नेता प्रतिपक्ष पद की कुर्सी के लिए कुछ एमएलसी की संख्या कम है लेकिन इसके बाबजूद राजद बिहार में सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी राजद को मिलनी चाहिए। इस दौरान अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस के 4 और सीपीआई के 2 एमएलसी भी सभापति को समर्थन के लिए पत्र दे देंगे।
पद सेवा के लिए होता है कि न की सुविधा के लिए
वहीं इस बीच जनता दल यूनाइटेड के एमएलसी नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष का पद देना या न देना परिषद के सभापति के अधिकार क्षेत्र में है। लेकिन जन सेवा के लिए नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी मिलना ही जरूरी नही। एमएलसी पद ही जनता की सेवा के लिए काफी है।पद सेवा के लिए होता है कि न की सुविधा के लिए।