बिहार में अचानक बढ़ी अपराध दर को गंभीरता से लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने आरक्षी अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि अनुसंधान की गति में तेजी लाते हुए अपराधियों को दबोचने का निर्देश दिया है।
मुख्यालय द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि हाल ही में गंगा दियारे का दुर्दांत व 50 हजार र्के इंनामी दिनेश मुनि को जिस तरह से पुलिस ने मार गिराया वह काबिल-ए-तारीफ है।
मुख्यालय ने आरक्षी अधीक्षकों को चेतावनी के साथ सलाह दी है कि वे आसूचना तंत्र को मजबूत करें ताकि अपराधियों को कानून का एहसास होता रहे।
पत्र में कहा गया है कि पुरानी रंजिशों वाले लोगों को चिन्हित करते हुए उन पर नजर रखें। हाल के दिनों में पुरानी रंजिश में हत्या की घटनाओं में वृद्वि हुई है।
इस संबंध में उल्लेखनीय है कि एसटीएफ ने एक महिला दारोगा को उस कुख्यात को ठिकाने लगाने का जिम्मा दिया गया था। उक्त अधिकारी एक घास गढ़ने वाली का वेष धारण कर दियारे में रोज टोकरी-हंसुआ के साथ पहुंच जाती थी। किसी को उस पर शक नहीं होता था। एक दिन जब उसे कमजोर अवस्था में गैंग के साथ देखी वैसे ही एसटीएफ को मोबाईल से रिंग कर पोजीशन ले ली। दोनों ओर से कई राउंड की धुआंधार गोलियां चली। अंत में वह मारा गया।
उक्त घटना की चर्चा करते हुए पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि अपराधियों को पकड़ने का वही सूत्र काम में लाना चाहिए।
पूर्वी बिहार में अचानक बढ़े अपराध को गंभीरता से लेते हुए मुख्यालय ने कहा है कि वहां भूमि विवाद से जुड़े मामले अधिक हैं। अतः उन पर पैनी नजर रखते हुए उसके समाधान की दिशा में कदम बढ़ाएं।
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