पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, बिहार के सपूत रतन के परिजनों से सीखें देशभक्ति
पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौजूदा कार्यकाल के आखिरी ‘मन की बात’ की शुरूआत पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ की। इस दौरान उन्होंने खास तौर से बिहार के भागलपुर के शहीद सपूत रतन ठाकुर के परिजनों की भावनाओं का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि शहीदों के परिजनों की भावनाओं ने देश को बल दिया है। उन्होंने कहा, ‘भागलपुर के रतन ठाकुर के पिता ने जो कहा है, वह देश को संबल देता है’।
शहीदों के परिजनों से लें प्रेरणा
पीएम ने 53वीं बार ‘मन की बात’ करते हुए पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के भागलपुर के शहीद रतन ठाकुर के पिता श्री रामनिरंजन ने दुःख की इस घड़ी में भी जिस जज्बे का परिचय दिया है, वह हम सबको प्रेरित करता है। श्री निरंजन ठाकुर ने कहा था कि वे अपने दूसरे बेटे को भी दुश्मनों से लड़ने के लिए भेजेंगे और जरुरत पड़ी तो ख़ुद भी लड़ने जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने ओडिशा के जगदलपुर के शहीद की पत्नी के अदम्य साहस को भी याद किया। उन्होंने झारखंड के विजय सोरेंग का जिक्र करते हुए कहा कि जब उनका शव गुमला पहुंचा तो मासूम बेटे ने कहा कि मैं भी फौज में जाऊंगा। ऐसे ही भावनाएं शहीदों के सभी घरों में देखने को मिल रही हैं। शहीदों के हर परिवार की कहानी प्रेरणा से भरी हुई। मैं लोगों से कहना चाहूंगा कि इन परिवारों की भावनाओं से समझें कि देशभक्ति और उसकी भावना क्या होती है। ये हमारे सामने देशभक्ति का जीता-जागता उदाहरण हैं। मालूम हो कि पुलवामा हमले में पटना के तारेगना निवासी हेड कांस्टेबल संजय कुमार सिन्हा और भागलपुर के कहलगांव निवासी रतन कुमार ठाकुर शहीद हो गए थे। पीएम मोदी ने किसान चाची के नाम से मशहूर राजकुमारी देवी का भी जिक्र किया।