कोरोना पर पीएम मोदी फिर एक्टिव, भारत में ओमिक्रॉन वैरिएंट का खतरा

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नयी दिल्ली : रंग बदलने में माहिर कोरोना के नए वैरिएंट को WHO ने ओमिक्रॉन नाम दिया है। अमेरिकन वैक्सिन निर्माता कंपनी फाइजर और बायोएनटेक ने कहा है कि इसके आगे अभी तक के सारे उपाय फेल हैं। इस बीच आज पीएम मोदी ने भारत में ओमिक्रॉन के खतरों को देखते हुए एक हाईलेवल बैठक की। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल शामिल थे। फिलहाल राज्यों को सतर्क किया जा चुका है और देश में अभी तक द.अफ्रीका के हाई रिस्क वाले देशों से आने वाले लोगों में एक भी संक्रमित नहीं पाया गया है।

लापरवाही पड़ेगी भारी, प्रधानमंत्री ने दिये निर्देश

बैठक में पीएम मोदी ने देश में कोरोना हालात और टीकाकरण की समीक्षा की और लापरवाही न बरतने की सलाह के साथ जरूरी निर्देश दिये। कोरोना का यह नया वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका में पाया गया है। कई देशों ने अ​फ्रीकी देशों से अपनी हवाई उड़ानों को रोक दिया है। इस बीच भारत में भी अलर्ट जारी किया गया है और नए वैरिएंट के खतरे से बचने के लिए दक्षिण अफ्रीकी देश से आने वाले यात्रियों के गहन परीक्षण का निर्देश दिया गया है।

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ओमिक्रॉन और डेल्‍टा वैरिएंट में कितना फर्क

कोरोना का ओमिक्रॉन नामक यह नया वैरिएंट डेल्टा व डेल्टा प्लस से भी कई गुना ज्यादा संक्रामक है। अभी तक दुनियाभर में सबसे ज्‍यादा केस ‘डेल्‍टा’ वेरिएंट के सामने आए हैं। इस वैरिएंट के स्‍पाइक प्रोटीन में करीब 15 म्‍यूटेशंस मिले थे। ओमिक्रॉन के स्‍पाइक प्रोटीन में 30 से ज्‍यादा म्‍यूटेशंस मिले हैं जो इसे कहीं ज्‍यादा संक्रामक और घातक बनाते हैं। ओमिक्रॉन में एक मेम्‍ब्रेन प्रोटीन भी गायब है जो इसे और खतरनाक बना सकता है। दोनों वेरिएंट्स के लक्षणों में कोई फर्क नहीं है।

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