पीएम ने नेचुरल फार्मिंग के दिये टिप्स, सम्मान निधि की 10वीं किस्त में देरी की यह है वजह
नयी दिल्ली : कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में वीडियो लिंक के जरिये देशभर के किसानों को पीएम मोदी ने जीरो बजट खेती का मंत्र दिया। पीएम ने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने को कहा। करीब 8 करोड़ किसान देश के हर कोने से टेक्नोलॉजी के माध्यम से पीएम से जुड़े। इधर किसानों को भी उम्मीद थी कि पीएम के कार्यक्रम से पहले तक उनके खाते में किसान सम्मान निधि की 10वीं किश्त जरूर आ जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
खाद—केमिकल से दूरी और नेचुरल फार्मिंग जरूरी
नेचुरल फार्मिंग के टिप्स देते हुए उन्होंने कहा कि र्जैविक खेती से कृषि लागत में काफी कमी और प्राकृतिक आपदाओं तथा मिट्टी सुधार में भी मदद मिलती है। किसानों के कई खर्च का इस प्रकार बचाव हो जाता है। यह सही है कि केमिकल और फर्टिलाइज़र ने हरित क्रांति में अहम रोल निभाया, लेकिन हमें नेचुरल फार्मिंग को भी अपनाना होगा। बीज से लेकर मिट्टी तक सबका इलाज आप प्राकृतिक तरीके से कर सकते हैं। इसमें न तो खाद पर खर्च करना है और ना ही कीटनाशक पर। आप कई फसल ही आसानी से ले सकते हैं। बाढ़-सूखे से निपटने में भी ये सक्षम होती है।
सरकार ने किसानों के लिए उठाये हैं ये बड़े कदम
पीएम ने किसानों से उनकी आमदनी बढ़़ाने, किसान सम्मान निधि से लेकर लागत से डेढ़ गुना एमएसपी करने तथा उनकी सरकार द्वारा उठाए गए अन्य लाभकारी कदमों को भी रखा। हालांकि किसान उनसे सम्मान निधि बढ़ाने आदि की घोषणा की भी उम्मीद कर रहे थे। इसबीच किसानों खाते में सम्मान निधि का पैसा आने में हो रही देरी की पड़ताल में पता चला कि आज या फिर अगले एक दो—दिन में किस्त जारी हो जाएगी।
क्यों हो रही किस्त जारी होने में देरी
बताया जा रहा है कि किसानों द्वारा सबमिट दस्तावेजों की जांच अंतिम दौर में है। शीघ्र ही यह पूरी हो जाएगी जिसके बाद किस्त जारी कर दिये जायेंगे। फिलहाल किसानों के स्टेटस जांच करने पर उसमें आरएफटी साइन्ड For 10th किस्त लिखा आ रहा है। कुछ किसानों के स्टेटस में फंड ट्रांसफर आर्डर लिखा दिख रहा है। यानी दस्तावेजी जांच के बाद अब पैसा बस आने ही वाला है। अगर बैंक डिटेल, आधार कार्ड और अन्य कागजों में कोई गलती नहीं मिलती है तो खाते में पैसे जल्द भेज दिये जाएंगे।