अपने पाॅलिटिकल बाॅस से मिलने पटना पहुंचे
सभी वरिष्ठ प्रशांत से नाराज
अब उनकी दुकान तमिलनाडु में खुलेगी
जद-यू में प्रशांत किशोर की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। उनके खिलाफ सैद्वान्तिक रूप से सभी वरिष्ठ नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। आज उनकी मीटींग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फिक्सड थी। खबर लिखे जाने तक उनकी मुलाकात नहीं हो सकी थी।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, राम चन्द्र प्रसाद और मंत्री नीरज कुमार ने आपसी बातचीत कर फैसला कर लिया है कि पीके के खिलाफ वे लोग संयुक्त रूप से मोर्चा खोलेंगे। अगर दूसरे शब्दों में कहें तो वरिष्ठ नेताओं ने मोर्चा खोल भी दिया है। पीके पर अनुकम्पा पर मिला पद बताते हुए नेताओं ने कहा है कि उन्हें तबतक माफ किया गया जबतक उन्होंने चुनावी ठेकेदारी विरोधी पार्टियों की भी लेते रहे, तकतक उनका निजी बिजनेस मानकर पार्टी चुप रहा। अब वे पार्टी विरोधी बयान भी देने लगे। इसे पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी के सीनियर लीडर पीके से खास नाराज हैं। उनसे कोई बाचतीच भी नहीं करना चाहता। अगर उनकी बात भी है तो सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ही। नीरज कुमार ने कहा कि वे अपना बिजनेस चमकाने के लिए भी पार्टी विरोधी बयान देते रहे हैं ताकि उनकी दुकान सबके लिए खुली रहे।
पार्टी नेताओं ने कहा कि बंगाल में वे ममता बनर्जी के लिए काम करते हैं तो स्वाभाविक रूप से एनआरसी का विरोध करेंगे ही। दूसरी ओर वे शिवसेना के लिए काम करते हैं और अब तमिलनाडु की डीएमके के लिए। अर्थात परस्पर विरोधी पार्टियों के लिए। वे विवादास्पद बयान इसीलिए देते हैं कि दूसरी पार्टियों में उनकी दुकानदारी चलती रहे।
वैसे, पार्टी में उनके खिलाफ मुखर हो रही आवाज से क्लीयर हो गया है कि उनके खिलाफ स्टैंड इस बार तगड़ा है। पार्टी में बने रहने के अंतिम अंतिम पड़ाव पर खड़े पीके पटना पहुंच गये हैं, पर अभी तक उनकी मुलाकात अपने बाॅस से नहीं हुई हैं।