पटना : राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार से अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत करने जा रहे हैं। वे बिहार में चल रही सुशासन के भाव से ही जन सुराग अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं।इसको लेकर वह युवाओं और गैर राजनितिक दलों के लोगों से मुलाक़ात करेंगे।
प्रशांत किशोर का एलान
इसको लेकर प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए कहा कि लोकतंत्र में एक सार्थक भागीदार बनने और जन-समर्थक नीति को आकार देने में मदद करने की मेरी खोज ने 10 साल एक रोलरकोस्टर (ऊपर-नीचे होते रहने वाला झूला) की सवारी का नेतृत्व किया। अब मुझे लगता है कि मेरे लिए अगला अध्याय लोकतंत्र के वास्तविक मालिकों यानी जनता के पास जाने का समय है। साथ ही इससे जनता के सुशासन- ‘जन सुराज’ को बेहतर ढंग से समझा जा सकेगा। शुरूआत बिहार से।
नीरज कुमार ने कहा कि हर एक व्यक्ति को राजनीतिक दल बनाने का अधिकार
वहीँ, पीके के इस ट्वीट के बाद जदयू के नेता नीरज कुमार ने कहा कि हर एक व्यक्ति को राजनीतिक दल बनाने का अधिकार है। वह जहां से चाहें वहां से राजनीतिक अभियान चलाएं। हालांकि नीरज ने यह जरूर कहा कि बिहार में हर चौक-चौराहे पर पार्टियां मिलती हैं, लेकिन उनका कार्य योजना कुछ नहीं होता है। ऐसे में प्रशांत किशोर का कार्य योजना क्या है यह उनको बताना चाहिए।
इसके आगे नीरज ने कहा कि पीके ने कहा है कि उनको 12 करोड़ लोगों तक पहुंचना है। हालाकि अभी जनगणना नहीं हुआ है, फिर भी यदि वह सही मायने में हर व्यक्ति तक अगर वह पहुंचते हैं तो यह बड़ा उद्देश्य है। देश के अंदर यह पहला राजनीतिक दल होगा जो कह रहा है कि हर व्यक्ति तक पार्टी पहुंच जाएगी। जबकि बिहार सरकार में सहयोगी भाजपा के तरफ से पीके को लेकर यह कहा गया कि प्रशांत किशोर अब बेरोजगार हो गए हैं और उन्हें कोई भी पार्टी अपने साथ नहीं रखना चाहती है।
इधर, राजद के तरफ से भी इसको लेकर बयान दिया गया है। राजद के तरफ से पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राजद को कभी भी पीके से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि हमारे पास एक ओजस्वी नेता है। जिसका नाम तेजस्वी यादव है। उन्होंने कहा कि इसका सबूत विधानसभा चुनाव में सबने देखा है कि कैसे एक तरफ तमाम बड़े नेता 32 हेलीकॉप्टर के साथ प्रचार कर रहे थे। वहीं अकेले तेजस्वी सभी पर भारी पड़े। ऐसे में प्रशांत किशोर के आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।