पीके के जाल में फंस गए पवन, अजय आलोक का तंज

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पटना : जदयू नेता अजय आलोक ने कल ही पार्टी से बाहर किये गए पवन वर्मा पर आज गुरुवार को फिर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार तब से बिहार के सीएम हैं, जब पवन वर्मा का राजनीति में जन्म भी नहीं हुआ था। अब उन्हें चुपचाप शांत होकर अपना धंधा पानी करना चाहिए। प्रशांत किशोर के चक्कर में नीतीश जी पर अंगुली उठाने से पहले उन्हें सौ बार सोचना चाहिए था। अब जब वह पार्टी से अलग हो ही गए हैं तो शांत रहें और अपना धंधा पानी करें।

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दरअसल पवन वर्मा ने दिल्ली में भाजपा से जदयू के गठबंधन का विरोध करते हुए नीतीश कुमार को एक खत लिखा था। इसमें उन्होंने नीतीश पर कई गंभीर आरोप भी लगाए और उनसे जवाब मांगा था। इसी के बाद पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।

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अजय आलोक ने कहा कि पवन वर्मा को जानता ही कौन है। विदेश सेवा से रिटायर होने के बाद वे नीतीश जी के पास गिड़गिड़ाये थे। राज्यसभा की पेंशन भी उन्हें नीतीश जी के कारण ही मिल रही है। ऐसे में उन्हें नीतीश जी का एहसानमंद होना चाहिए। लेकिन उन्होंने प्रशांत किशोर के बहकावे में आकर उल्टी गंगा में हाथ धोना शुरू कर दिया। अब उन्हें बुद्धि से काम लेना चाहिए और अपने क्रियाकलाप पर मंथन करना चाहिए।

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