नयी दिल्ली : ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में हालात ठीक नहीं हैं। लोकसभा चुनाव के बाद वहां आलम ये है कि चुन—चुनकर टीएमसी का विरोध करने वालों को निशाना बनाया जा रहा है, हत्याएं हो रही हैं। सुश्री बनर्जी की पार्टी के गुंडों का ताजा निशाना बने हैं बिहारी समुदाय के लोग। समझा जाता है कि इन्होंने ममता के खिलाफ भाजपा को वोट किया था। लेकिन जिस नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की सेवाएं ममता को अगले विधानसभा चुनावों में मिलने वाली हैं, उसी बिहार के लोगों को बंगाल में क्यों सताया जा रहा है।
बिहारियों पर कहां हुआ हमला
पश्चिम बंगाल में बिहार के लोगों पर हमला और पिटाई करने का मामला वर्धमान में सामने आया। यहां असामाजिक तत्वों ने बस में सफर कर रहे बिहारी यात्रियों को निशाना बनाते हुए उन पर हमला बोला और उनके साथ मारपीट की। किसी तरह जान बचाकर वे बस से पटना पहुंचे, फिर मीठापुर बस स्टैंड के पास स्थित जक्कनपुर थाने में उन्होंने आपबीती सुनाते हुए शिकायत दर्ज कराई। यात्रियों के अनुसार 20-25 की संख्या में रहे गुंडों ने उनकी बंगाल टाइगर बस पर ‘बिहारी को मारो’ और अन्य भद्दी गालियां देते हुए हमला किया। हमला करने वाले लोग शराब के नशे में थे। बस जब वर्धमान के निकट एक होटल पर रूकी, उसी दौरान शराब के नशे में पहुंचे युवकों ने गाड़ी में बिहार का नंबर देखा तो बिदक गए। वे लाठी-डंडे लेकर मारपीट करने लगे। कई यात्रियों को चोट आई तथा कुछ के साथ लूटपाट भी की गई।
नहीं रुक रही हिंसा, 3 भाजपाइयों की हत्या
उधर बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बीजेपी और टीएमसी के बीच ताजा झड़प की खबर है जिसमें तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। एक टीएमसी कार्यकर्ता के भी मारे जाने की बात कही जा रही है। हिंसा में आठ लोगों के घायल होने की भी सूचना है और इलाके में तनाव व्याप्त है। सारे घटनाक्रम से गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भी अवगत कराया गया है। उन्होंने गृह सचिव राजीव गौबा को राज्य सरकार से संवाद करने को कहा है। गृह सचिव राजीव गौवा ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को पूरी घटना में रिपोर्ट भेजने को कहा है। बताया गया कि पश्चिम बंगाल के बसीरहाट स्थित संदेशखली इलाके में पार्टी के मंडल प्रेसिडेंट और एससी मोर्चा प्रदीप मंडल, शक्ति केंद्र प्रमुख तपन मंडल और कार्यकर्ता सुकांत मंडल की हत्या कर दी गई।