फारबिसगंज, जोगबनी में बच्चों की मौत, डाक्टरों का चमकी से इनकार

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अररिया : फारबिसगंज, जोगबनी और अररिया में भी चमकी बुखार ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। फारबिसगंज के मटियारी पंचायत के धमदाहा वार्ड संख्या 12 में एक वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि बच्चा खेल रहा था तभी उसकी तबीयत बिगड़ गई और हाथ में अकड़न के साथ उसकी मौत हो गई। इसी तरह जोगबनी में भी एक बच्ची की मौत हो गई। लेकिन डाक्टरों ने दोनों ही मामलों में चमकी बुखार की संभावना को खारिज कर पल्ला झाड़ लिया। इधर इलाके के लोगों में बच्चों की इस तरह मौत के बाद दहशत फैल गई है।

फारबिसगंज में एक वर्ष के बच्चे की मौत

फारबिसगंज में बच्चे की मौत के बाद मची अफरातफरी के बीच ग्रामीण चिकित्सक को बुलाया गया। लोग काफी डरे हुए हैं क्योंकि मुजफ्फरपुर की घटना सबके सामने है। चमकी बुखार से बच्चे की मरने की आशंका से लोग भयभीत हो गए हैं। मृतक बच्चा का नाम प्रिंस (1) बताया जाता है जो कृष्णदेव राय का पुत्र है। कृष्णदेव मुंबई में पेंटर का काम करता है मगर इन दिनों वह घर पर ही है।

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मृतक दो भाइयों में सबसे छोटा था। घटना के संबंध में मृतक के पिता एवं मां ने बताया कि बच्चा सवेरे खुशी—खुशी खेल रहा था। अचानक तबीयत बिगड़ गई और दोनों हाथ में ऐठन शुरू हो गया। जब तक ग्रामीण चिकित्सक को बुलाते तब तक बच्चा खत्म हो गया। घटना को लेकर पूरे गांव में भय का माहौल है। लोगों का कहना था कि बच्चा की मौत जिस अंदाज में हुई है इससे वे लोग भयभीत हैं।

क्या कहा पीएचसी के डाक्टर ने

चमकी बीमारी से संबंधित कोई मामला अस्पताल में नहीं आया है और ना ही उनकी जानकारी में है। वह शीघ्र मटियारी के धमदाहा टीम भेजकर मामले की जांच कराएंगे ताकि सच्चाई सामने आ सके।

जोगबनी में चमकी से दो बच्ची की मौत की आशंका

इधर जोगबनी में चमकी बुखार से एक 2 वर्षीया बच्ची की मौत की आशंका जताई जा रही है। मृतक परिजनों का दावा है कि चमकी बुखार से ही उसके बच्चे की मौत हुई है। मृतका का नाम शालिका खातून बताई जाती है जो जोगबनी स्थित खजुर्बारी वार्ड संख्या सात निवासी मोहम्मद जहीर की पुत्री थी। पीड़ित ने बताया कि विगत 18 जून को उसकी बेटी को चमकी के साथ बुखार आया था। वह तुरंत उसे फारबिसगंज स्थित डॉ पीके केसरी के नर्सिंग होम ले गए जहां स्थिति गंभीर देख चिकित्सक ने बच्ची को नेपाल के विराट नगर स्थित नोबेल मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया । इसके उपरान्त बच्ची की मौत हो गई । खास बात यह कि चिकित्सक पीके केसरी द्वारा भी उस बच्ची को खांसी और मिर्गी का लक्षण बताकर रेफर किया गया था। मामले की पुष्टि करते हुए डॉ पीके केसरी ने कहा कि बच्ची को मिर्गी का लक्षण था जिसको लेकर उसे रेफर किया गया था। इधर चमकी बुखार को लेकर हुई मौत की आशंका से पूरा जोगबनी में हलचल मच गया है। मुजफ्फरपुर में जिस तरह से चमकी बुखार का त्रासदपूर्ण स्थिति देखने को मिल रहा है इससे इस तरह की मौत से लोग डरे हुए हैं।
संजीव कुमार झा

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