पटना में पॉकेटमारों की कंपनी, टार्गेट पूरा करने पर कर्मियों को बोनस भी
पटना : राजधानी पटना में गांधी मैदान थाने की पुलिस ने एक ऐसी कंपनी का भंडाफोड़ किया है जिसके बारे में जानते ही आप दांतों तले अंगुलियां दबा लेंगे। यह कोई आम कंपनी नहीं बल्कि पॉकेटमारों की कंपनी है। इसका काम बजाप्ता अपने यहां काम करने वाले कर्मियों से पॉकिटमारी कराना और सिखाना है। हैरानी यह कि इस पॉकेटमार कम्पनी में कर्मियों को हर रोज का टारगेट दिया जाता था। यही नहीं, टारगेट पूरा करने पर पॉकेटमारों को बोनस भी दिया जाता था।
यूं पुलिस के हत्थे चढ़े कंपनी के शातिर
पिछले दिनों बापू सभागार में लोजपा के कार्यक्रम में पहुंचे कई लोगों ने पॉकेटमारी होने की शिकायत पुलिस से की थी। गांधी मैदान पुलिस ने इस सिलसिले में दो पॉकेटमारों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उनके बताये ठिकाने पर जब पुलिस पहुंची तो उसके होश उड़ गए। वहां 10 लाख के आभूषण और 6 लाख कैश पुलिस को मिले। इनमें 50 हज़ार के पुराने नोट थे।
अपार्टमेंट, आभूषण, हवाई जहाज की सैर
सिटी एसपी मध्य ने बताया कि कॉर्पोरेट की तर्ज पर यह पॉकेटमारी गैंग काम करता था। पकड़े गए पॉकेटमार—मो सन्नोवर और मो वकील 10 वर्षों से यहां सक्रिय थे। इनके गिरोह में एक दर्जन से अधिक सदस्य हैं जिन्होंने राजधानी में ही अपना ठिकाना बनाया हुआ है।
उड़ाये गए पैसे से बच्चों को कॉन्वेंट की शिक्षा
उड़ाये गए पैसे से इन्होंने आभूषण बनवाये, अपार्टमेन्ट मेंटेन किया और अपने बाच्चो का नामांकन भी राजधानी के बड़े स्कूल में करवाया। हवाई जहाज से गोवा आदि जगहों की सैर करना भी इनका शगल है। कई पासबुक भी पुलिस को मिले हैं जिनमें लाखों रुपये जमा हैं। सोमवार को बैंक खुलने के बाद इनका बैंक एकाउंट खंगाला जाएगा।