पटना : गया में पटवाटोली रेप एंड मर्डर की जांच कर रही पुलिस को आज बहुत बड़ा झटका लगा। पीड़िता के परिजनों ने गया व्यवहार न्यायालय पहुंच कर पुलिस द्वारा दिए गए नार्को टेस्ट के नोटिस का जवाब दिया। परिजनों ने व्यवहार न्यायालय में अपनी बात रखते हुए नार्को टेस्ट करवाने से इंकार करने की बात कही। मृतक की बहन ने कहा कि हमलोगों का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है इसलिए नार्को टेस्ट नहीं करवा सकते।
वहीं पीड़ित की मां आशा देवी ने कहा कि नार्को टेस्ट हम नहीं करवाना चाहते हैं। पुलिस ने जो हमलोगों के साथ मारपीट की है, इसे लेकर हम काफी भयभीत हैं। हमारे पति जेल में हैं, जिस कारण मृतक बच्ची का क्रिया-कर्म और कर्मकांड भी नहीं हो रहा है। हमारे पति को जल्द से जल्द पुलिस जेल से बाहर लाए।
वहीं पीड़ित के परिजनों ने भी कहा की पीड़ित परिवार नार्को टेस्ट करवाने की हालात में नहीं है। इसलिए न्यायालय से यह गुजारिश करने आए हैं कि नार्को टेस्ट पर रोक लगाई जाए।
इस चर्चित हत्याकांड मामले में गया व्यवहार न्यायालय ने पीड़ित परिजनों को राहत दे दिया। व्यवहार न्यायालय के एसीजीएम अष्टम, राजीव कुमार ने कहा कि नार्को टेस्ट जबरन नहीं कराया जा सकता। कोर्ट ने पीड़िता के परिजनों का नार्को टेस्ट करवाने पर रोक लगा दी है।
(रमाशंकर)