यात्रीगण कृपया ध्यान दें, पटना जंक्शन में लगा है मधुबनी पेंटिंग का स्टॉल

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पटना : आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्थानीय हस्तशिल्प व उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा तरह – तरह की पहल की जा रही है। इसके तहत स्थानीय उत्पादों, खाद्य पदार्थ, हस्त शिल्प उत्पाद और कलाकृतियां की बिक्री और प्रदर्शनी रेलवे प्लेटफॉर्म पर भी शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में बिहार के पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर मधुबनी पेंटिंग का स्टॉल बनाया जा रहा है।

ये चीजें होंगी उपलब्ध

दरअसल, ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ के अन्तर्गत पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नं. 1 पर मधुबनी पेंटिंग और इससे संबंधित उत्पादों यथा हैंडपेंटेड सिल्क और कॉटन की साड़ियां, दुपट्टा, फाइल फोल्डर, बैग, पर्स, मोबाइल कवर, पेन होल्डर, वॉल पेंटिंग, हेंगिंग लैंप, टेबल लैंप, मास्क, कुर्ता, जैकेट, बंडी, की-रिंग होल्डर, टी ग्लास, नोट पैड बॉक्स, नोट बुक, बेड कवर सहित अन्य चीजों के प्रदर्शनी सह बिक्री हेतु एक संस्था को स्टॉल लगाने के लिए स्थान उपलब्ध कराया जा रहा है। यह स्टॉल ऐसी जगह पर होगा जहां यात्रियों की पहुंच आसानी से हो। रेलवे स्टेशन पर ऐसे स्टॉल लगाए जाने से यहां के हस्तशिल्पियों का उत्साहवर्धन होगा और उत्पाद को एक बेहतर बाजार मिलेगा।

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पूमरे ने मधुबनी पेंटिंग को दिलाई है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान

बता दें कि, इसके पहले भी पूर्व मध्य रेल द्वारा ट्रेनों और स्टेशनों पर मधुबनी पेंटिंग का प्रयोग कर इस कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई गई है। इसको लेकर बजट 2022-23 में ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ की गई घोषणा के अनुसार। स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों, कुम्हारों, बुनकरों और जन-जातियों के बेहतर जीविकोपार्जन और कल्याण के लिए रेलवे स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग के लिए स्टॉल उपलब्ध कराया जा रहा है।

इसके साथ ही आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्थानीय हस्तशिल्प व उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भी यह पहल की जा रही है। इसके तहत स्थानीय उत्पादों खाद्य पदार्थ, हस्त शिल्प उत्पाद और कलाकृतियां की बिक्री और प्रदर्शनी रेलवे प्लेटफॉर्म पर की जाएगी। यह स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार का नया अवसर भी पैदा करेगा।

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