वर्त्तमान समय उस दौर में है जहाँ हमें पर्यावरण को देखने उसे समझने और संवारने की जरुरत है । जिस तरह से हम पर्यावरण का दोहन कर चुके हैं कि अब उसके परिणाम सामने आने लगे हैं । इस परिणाम से बचना है तो हम सभी को अभी से सतर्क होना होगा और पर्यावरण संतुलन की दिशा में अपनी भूमिका का निर्वाह करना होगा। उक्त बातें बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मढ़ौरा के भावलपुर में आयोजित एक समारोह में कही . सुशील मोदी भावलपुर निवासी स्थानीय भाजपा नेता मनोज सिंह के पिता जगन्नाथ सिंह की स्मृति में आयोजित दस हजार फलदार वृक्ष के वितरण समारोह की शुरुआत करने पहुंचे थे ।
वृक्षों के संरक्षण में परंपरा को रखा सामने
उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी वृक्षों के संरक्षण को लेकर पौराणिक परंपरा को सामने रखा । उन्होंने कहा कि बिहार वह प्रदेश है जहाँ डूबते सूरज की भी पूजा कर उसकी महता को स्वीकार किया जाता है । इस दौरान उन्होंने तुलसी विवाह, नीम बरगद, पीपल आदि पौधों कों सामने रख उनके पौराणिक महत्व को भी सामने रखा । डिप्टी सीएम ने ने कहा कि सरकार ने जल जीवन हरियाली योजना के तहत इस साल में 1.5 करोड़ पौधा लगाने का लक्ष्य रखा है । सरकार तालाब, पोखर, पइन, आहड़ सभी को संरक्षित करने का काम शुरू कर दिया है ताकि भूमिगत जल को बचा सके ।
तालाब पइन अतिक्रमण मुक्त करने पर सरकार करेगी काम
अपने संबोधन में डिप्टी सीएम ने कहा कि जल संरक्षण के लिये प्रदेश के सभी तलाब, पोखर, पइन को अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा । सरकार ने सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया है जल्दी ही जल संरक्षण के लिये इन जल स्रोत से अतिक्रमण को हटाया जायेगा । बिहार में 15 साल से अधिक पुरानी गाडियों का परिचालन बंद कर दिया जायेगा ।
कार्यक्रम को जनार्दन सिंह सिग्रीवाल,सांसद महाराजगंज, डॉ सीएन गुप्ता विधायक छपरा, शत्रुध्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा विधायक अमनौर, नागेन्द्र जी, संगठन महामंत्री भाजपा नारायण जी सह संगठन महामंत्री भाजपा, विनय कुमार सिंह पूर्व विधायक रंजीत सिंह तथा संचालन धर्मेन्द्र सिंह ने किया ।