पक्षपात करना पड़ा महंगा, निर्वाचन आयोग ने सोनबरसा BDO को फोर्स लीव पर भेजा
पटना : बिहार में जारी पंचायत चुनाव में पक्षपात करने के आरोप में राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा के प्रखंड विकास पदाधिकारी ओम प्रकाश को निर्वाचन विभाग ने निर्वाचन कार्य से हटा दिया है और चुनाव समाप्ति तक जिलाबदर कर दिया है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने पत्र जारी कर कहा है कि चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने तक बीडीओ को जिले में नहीं रहने दिया जाय। इसको लेकर जिलाधिकारी को भी निर्देश दिए गए हैं। उनकी जगह सोनबरसा में निर्वाची अधिकारी के रूप में बाजपट्टी के बीडीओ संजीव कुमार को जिम्मेदारी दी गयी है।
बता दें कि, पीछले दिन सिंहवाहिनी की निवर्तमान मुखिया रितु जायसवाल और उनके पति समेत 10 लोगों पर बीडीओ ने 2000 रुपए छीनने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वहीं, इस प्राथमिकी के बाद रितु जायसवाल ने प्रखंड विकास पदाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर पूरी घटनाक्रम को सिरे से खारिज कर दिया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि अब जनता खुद इस मामले में न्याय करेगी।
वहीं, अरुण कुमार ने सोनबरसा के BDO ओम प्रकाश यादव के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी। उन्होंने कहा था, ‘यह पंचायत चुनाव को प्रभावित करेंगे, इसलिए इनको यहां से हटाया जाए।
इसके बाद, सिंहवाहिनी की निवर्तमान मुखिया रितु जायसवाल और उनके पति पर मारपीट और छिनौती करने का आरोप लगाने वाले सोनबरसा के BDO ओमप्रकाश को फोर्स लीव पर भेज दिया गया।
गौरतलब है कि, 8 दिसंबर को सिंहवाहिनी पंचायत में वोटिंग होनी है। इस बार राजद नेता रितु जायसवाल सिंहवाहिनी पंचायत से मुखिया का चुनाव नहीं लड़ रही हैं। लेकिन उनके पति अरुण कुमार चुनावी मैदान में हैं। सिंहवानी पंचायत सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड में है।