नयी दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर काफी बेचैन हैं। उनकी पार्टी टीएमसी का ग्राफ शिक्षक भर्ती घोटाले के बाद जनता में लगातार गिरता जा रहा है। अब उनकी ही पार्टी के एक सांसद ने ममता की बेर्चनी को और बढ़ाते हुए मुश्किल खड़ी कर दी है। टीएमसी सांसद जवाहर सरकार ने यह कहकर ममता को बड़ी परेशानी में डाल दिया कि उनकी पार्टी तृणमूल का एक हिस्सा पूरी तरह सड़ गया है।
शिक्षक भर्ती घोटाले ने खोल दी सारी कलई
बड़े ब्यूरोक्रेट रह चुके सांसद जवाहर सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के एक हिस्से को सड़ा गला तक बताते हुए जो तेवर दिखाये हैं उससे खुद ममता सकते में हैं और पार्टी में तो कोहराम मच गया है। सरकार ने साथ ही यह बयान देकर भी सनसनी फैला दी है कि तृणमूल के ऐसे हालात में भारतीय जनता पार्टी का 2024 में मुकाबला नहीं किया जा सकता। सरकार ने यह भी कहा कि परिवार वाले और दोस्तों ने कहा है कि टीएमसी नेताओं पार्थ चटर्जी एवं अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद उन्हें राजनीति छोड़ देनी चाहिए।
सकते में ममता बनर्जी, गिर रहा पार्टी का ग्राफ
जवाहर सरकार के इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस में हड़कंप मच गया। शिक्षक भर्ती घोटाले में मंत्री रहे पार्थ चटजी की गिरफ्तारी से तृणमूल भ्रष्टाचार को लेकर आम लोगों के साथ ही विरोधी दल के निशाने पर है। अब अपनी ही पार्टी के एक सांसद के बागी तेवर से ममता बनर्जी सकते में आ गईं हैं। उन्हें कुछ जवाब नहीं सूझ रहा।
2024 में भाजपा का नहीं कर सकते मुकाबला
एक न्यूज चैनल से तृणमूल एमपी जवाहर सरकार ने कहा कि पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पता मुखर्जी के घर से मिले रुपए से हम सभी शर्मिंदा हैं। आप 2024 में ऐसे तत्वों के साथ भाजपा का मुकाबला नहीं कर सकते। पार्टी का एक हिस्सा पूरी तरह सड़ चुका है। इन सड़े हुये तत्वों को निकाल बाहर करना वक्त की मांग है। ऐसा नहीं किया तो ऐसे लोग पूरे संगठन को खराब कर डालेंगे।