आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में गठबंधन की तिकड़ी-चैकड़ी की तस्वीर बनने लगी है। हालांकि तस्वीरें अभी धुंधली हैं। पर, चुनाव तक तस्वीर साफ हो जाएगी। इधर, नई तिकड़ी कन्हैया कुमार और जाप के अध्यक्ष व पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को लेकर है। अभी हाल ही में दोनों की संयुक्त सभाएं भागलपुर और बंाका में हुई। दोनों ने सरकार पर हमला तो बोला ही विकल्प में तलाश में खुद को मजबूत स्तम्भ होने का दावा भी किया।
जानकारी मिली है कि बेगूसराय से लेकर किशनगंज तक पप्पू यादव ने जाप के प्रत्याशियों की करीब 55 सीटों पर काम करना शुरू कर दिया है। इसको लेकर उन्होंने कन्हैया कुमार से बात की है। कन्हैया ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वे बराबर उनके साथ रहेंगे।
जाप सूत्रों ने बताया कि पप्पू यादव ने ग्राउंड लेवल पर काम करने की ठानी है। पटना के जलजमाव को लेकर उनके प्रयासों और तारीफों से उन्होंने उन तमाम जगहों चयनित कर आंदोलन करने की योजना बनायी है जहां सरकारी उपेक्षा अधिक हुई अथवा जनहित में काम नहीं हुए। पर, सीपीआई का राजद से गठबंधन संभावित है। ऐसी स्थिति में पप्पू यादव के सपने पर पानी फिर सकता है क्योंकि तेजस्वी प्रसाद यादव उन्हें पसंद नहीं करते।