नयी दिल्ली : अफगान सैनिकों ने तालिबान के खिलाफ कार्रवाई में एक पाकिस्तानी सैन्य अफसर को मार गिराया है। इससे इस बात की पुष्टि होती है कि पाकिस्तान सक्रिय रूप से तालिबान का समर्थन कर रहा है। अफगान आर्मी 209 कॉर्प्स के मुताबिक़, जावेद नाम के एक पाकिस्तानी सेना अधिकारी को हमले में मारा गया। बताया गया है कि जावेद लोगर, पक्तिया और पक्तिका इलाकों में तालिबान को लीड कर रहा था।
इसबीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रवक्ता ने मीडिया को भेजे गए एक वीडियो संदेश में बताया है कि हजारों आतंकी पाकिस्तान से अफगानिस्तान छद्म युद्ध के लिए पहुंचे हैं। इसमें पाकिस्तान सेना के रेगुलर दस्ते भी शामिल हैं। सटीक खुफिया रिपोर्ट है कि दस हज़ार से अधिक पाकिस्तानी लड़ाके अफगानिस्तान में प्रवेश कर चुके हैं। जबकि 15 हजार से अधिक लड़ाकों को अफगानिस्तान जाने के लिए स्टैंडबाई पर रखा गया है।
अमेरिका की तालिबान पर भीषण बमबारी
इधर अमेरिका सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से एयरस्ट्राइक्स में सहयोग मिलने से अफगानिस्तान सुरक्षा बलों ने तालिबान को पीछे धकेलना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ गजनी, तखर, कंधार, हेलमंद और बाग़लान सहित 20 प्रदेशों में लड़ाई जारी है। लड़ाई में तालिबान के साथ ही कई पाकिस्तानी लड़ाके भी हताहत हुए हैं। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने हमलों के लिए चेतावनी दी है और अमेरिकी हवाई हमलों की निंदा की है।
भारत द्वारा बनाया गया सलमा बांध सुरक्षित
अफगानिस्तान से मिली खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक़ अफगान सुरक्षा बलों ने हाईवे से लगे कई गांवों को विद्रोहियों के कब्ज़े से छुड़ा लिया है और कम से कम नौ विस्फोटक निष्क्रिय कर दिए हैं। अफगान सुरक्षा बलों ने हेरात में भारत द्वारा बनाए गए और सलमा बांध पर हमले को भी विफल कर दिया है। इस हमले में कई तालिबनी लड़ाके मारे गए और पांच अन्य घायल हो गए हैं। अफगान सरकार ने काबुल, मजार-ए-शरीफ, जलालाबाद, कांधार और हेरात जैसे अहम शहरों की सुरक्षा कड़ी कर दी है। स्थानीय नेताओं ने तालिबान के खिलाफ लोगों को हथियार उठाने को कह रहे हैं। दाईकुंडी के शिया धर्मगुरु अयातुल्लाह वहीजादा ने तालिबान से लड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए फतवा जारी किया है।