अपने ही फैसलों से तेजस्वी करा रहे खुद की फजीहत, ये हैं मामले
पटना : नीतीश सरकार को गिराने की मनसा रखने वाले तेजस्वी एक के बाद एक असंगत फैसले ले रहे हैं। इन फैसलों की वजह से उन्हें फजीहत झेलनी पड़ रही है। इससे उनको फायदा की बजाय नुकसान हो रहा है।
इसी कड़ी में कल जब तेजस्वी यादव ने दिल्ली के किसान आंदोलन के समर्थन में पटना में धरना दिया तो यह भी विवादों में आ गया। पहले तो उन्होंने कोरोना गाइडलाइंस और प्रशासनिक आदेश को तोड़कर धरना दिया। वहीं दूसरा विवादित मामला यह रहा की धरनास्थल पर तेजस्वी खुद कुर्सी पर बैठे और वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह को जमीन पर बैठाया। इसके बाद तो धरना से अधिक जगदानंद सिंह की तौहीन की चर्चा होने लगी।
वहीं अब इस मसले को और अधिक तुल देने का काम किया है महागठबंधन में सहयोगी दल कांग्रेस के नेता भरत सिंह ने। उन्होंने कहा कि जगदानंद सिंह कोयले के बीच हीरे की तरह है। फ़िर भी ना जानें क्यों राजद में वो अपमानित हो रहे हैं।
राजद सवर्ण समाज का लगातार अपमानित कर रही
इसके आगे उन्होंने कहा कि राजद सवर्ण समाज का लगातार अपमानित कर रही है। इससे पहले भी राजद के बड़े नेता ने
रघुवंश बाबू को एक लोटा पानी बताया था। अब एक बार फिर दूसरे बड़े नेता को कल छोटे भाई द्वारा अपमानित किया गया।
उन्होनें कहा कि इसको लेकर क्षत्रिय महासभा का एक प्रतिनिधि मंडल जल्द जगदानंद सिंह से करेगा मुलाकात। क्षत्रिय का अपमान सही नही हैं। हमलोग इस मसले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा से भी बातचीत करेंगे की पार्टी की प्रतिष्ठा का ख्याल क्यों नहीं रखा गया।
अजित शर्मा नए नए विधायक दल के नेता बने हैं। उन्हें पर्टी की गरिमा को समझना होगा। आपसे अब पार्टी की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। तेजश्वी अपना अहंकार दिखा रहा है। लेकीन वह भूल रहा है कि वह कभी लालू प्रसाद नही बन सकता है।
वहीं तेजस्वी का कल बिना तैयारी के मैदान में उतरना और पहली गेंद पर छक्का मारने की कोशिश में कैच आउट हो जाना एक बार सामने आ गया है।