नई संसद की छत पर विशाल सिंह स्तंभ देख भड़क गए ओवैसी, PM को दी ये सलाह
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को देश के निर्माणाधीन नए संसद भवन पर भारत के राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तम्भ की 20 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा कांस्य से बनी है और इसकी ऊंचाई 6.5 मीटर तथा वजन 9 हजार 500 किलो है। लेकिन जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने इसे देश को समर्पित किया, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के पेट में दर्द उठना शुरू हो गया और उन्होंने इस पर नाराजगी जताई।
जानकारी के अनुसार काफी दूर से ही दिखने वाला यह अशोक स्तंभ करीब दो हजार से ज्यादा लोगों ने मिलकर किया है। इसे औरंगाबाद के मूर्तिकार सुनील देवरे की नक्कासी पर तैयार किया गया है। सुनील देवरे जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स से स्वर्ण पदक विजेता हैं और उन्होंने अपने काम के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल की है। यह प्रतिमा 8 चरणों से होकर गुजरी है जिसमें स्केचिंग, पालिसिंग और निर्माण से संबंधित कई चरण शामिल हैं।
इधर पीएम द्वारा इस प्रतिमा के उद्घाटन के बाद ओवैसी भड़क उठे। उन्होंने @PMOIndia को टैग करते हुए ट्विटर पर लिखा—‘संविधान संसद, सरकार और न्यायपालिका की शक्तियों को अलग करता है। सरकार के प्रमुख के रूप में नए संसद भवन के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण नहीं करना चाहिए था। लोकसभा का अध्यक्ष LS का प्रतिनिधित्व करता है जो सरकार के अधीनस्थ नहीं है। आपने सभी संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया है।’